फतेह लाइव, रिपोर्टर.
“राष्ट्र रक्षक युद्ध वीरों के सम्मान में खड़ा दिखा पूरा आवाम”. उक्त बातें कठिन परिस्थितियों में लड़कर भी विजय हासिल करने वाले भारतीय सेना के वीर योद्धाओं की वीरता को नमन करते हुए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के महामंत्री जितेंद्र सिंह ने शौर्य पराक्रम यात्रा में कही. अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर के तत्वावधान में आयोजित ‘वीर सम्मान सह शौर्य पराक्रम यात्रा’,1971 के विजय दिवस की 54वीं वर्षगांठ पर रविवार को पूर्व सैनिक सेवा परिषद के बैनर तले शौर्य पराक्रम यात्रा शहीद स्थल गोलमुरी से निकाली गई, जिसमें सैकड़ों पूर्व सैनिक, सैन्य मातृसक्ति, युवा और शहरवासियों ने हिस्सा लिया.
कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा भारती के प्रदेष मंत्री राजीव कुमार ने किया। पूर्व सैनिक सेवा परिषद के जवान मोटर साइकिल पर सवार होकर हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाते हुए रैली में साकची गोलचक्कर से होते हुए हनुमान मंदिर गोलमुरी पहुंच कर यात्रा का समापन किया. पराक्रम यात्रा के दौरान देशभक्ति गीत वंदेमातरम मातरम… कर चले हम फिदा मेरा रंग दे बसंती चोला… पूर्व सैनिक सेवा परिषद के एस के सिंह, अवधेश कुमार के नेतृत्व में तीनों सेना से सेवानिवृत्त सदस्यगण कार्यक्रम एवं एवं नागरिक परिवेश के राष्ट्रभक्त भारी मात्रा में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत गोलमुरी शाहीद स्मृति स्थल से भारतमाता की पुष्पर्चना से हुई.
140 से भी ज्यादा पूर्व सैनिकों की टोली अपने वीरों के सम्मान में देशभक्ति गाने बाजे के साथ दोपहिया वाहन में तिरंगा लगाकर वाहनों पर सुरक्षा का वादा हेलमेट पहनकर चल रहे थे. सम्मान यात्रा गोलमुरी से निकल कर साकची गोलचक्कर से होते हुए पुनः गोलमुरी बजरंग बली मंदिर पर समाप्त हुआ. इसके बाद1971 के युद्ध में शामिल रहे वीर योद्धा हवलदार विजय नारायण सिंह, हवलदार शिव नारायण साह, राम भजन राम, हवलदार माणिक वर्धा को अतिथियों द्वारा पुष्पगुछ एवं अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। 1971 के युद्धवीर शिव नारायण साह को कर्नल विनय आहूजा, हवालदार विजय नारायण सिंह को क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष शिव शंकर सिंह, हवलदार शिवनारायण शाह को संजीव कुमार, राम भजन राम को पत्रकार संजीव भारद्वाज ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।
सम्मान समारोह के पश्चात् करीब 200 मोटरसाइकिल पर राष्ट्रध्वज लगाए सैनिकों ने पराक्रम यात्रा आरंभ किया। सर्वप्रथम संगठन के प्रतिनिधिगण द्वारा इस यात्रा में शामिल सभी देशभक्तों का अभिनंदन किया गया. यात्रा में शामिल सैनिक भारत माता की जय, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद,भारतीय सेना ज़िंदाबाद आदि के नारे लगाते हुए चल रहे थे।धन्यवाद ज्ञापन दयाभूषण ने दिया।कार्यक्रम का समापन शानदार नारेबाजी, देशभक्ति गीत पर झुमते पूर्व सैनिक एवं लड्डू वितरण से हुआ।
फ्लैग ऑफ के साथ शुरू हुई शौर्य पराक्रम यात्रा
मुख्य अतिथि कमांडिंग ऑफिसर-सोनारी आर्मी कैंप से आए कर्नल विनय आहूजा के फ्लैग ऑफ के साथ शौर्य पराक्रम यात्रा आरंभ हुई. कमान अधिकारी कर्नल विनय आहूजा ने अपने संबोधन में कहा कि परिषद देश प्रेम और सेना के प्रति जागरण की एक जिंदा मिसाल बन गया है जो कि लगातार नागरिक परिवेश में देश प्रेम की भावना का संचार करके समाज का निर्माण कर रहा है,प्रभात खबर के संजीव भारद्वाज ने कहा कि देश का स्वाभिमान जगाने के लिए सैनिक मूल्यों का स्थापना जरूरी है।कोशिस संस्था के शिवसंकर सिंह ने देश के स्वाभिमान के लिए सैनिकों द्वारा पराक्रम के लिए नमन किया। शांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार ने सैनिकों द्वारा युद्ध मे अदम्य साहस के परिचय को नमन किया। वीरों को सम्मान के साथ खुली गाड़ी में बैठाकर भारत माता की जय और वीर शहीद अमर रहे के नारों के साथ आगे बढ़ी. शौर्य यात्रा में सैकड़ों वाहन शामिल थे। यह काफिला शहीद स्थल गोलमुरी से आरंभ होकर साकची गोलचक्कर से होते हुए गोलमुरी हनुमान मंदिर में समाप्त हुआ।
इन युद्धवीरों का हुआ सम्मान
1. हवलदार माणिक वर्धा
2. हवलदार शिवनारायण शाह
3. हवलदार विजय नारायण सिंह
4.हवलदार राम भजन राम
सैनिकों के पराक्रम को सलाम: कर्नल विनय
कर्नल विनय आहूजा ने अपने संबोधन में कहा कि इस युद्ध में भारतीय सेना की हिम्मत पराक्रम और श्रेष्ठता की गवाह बनी। हमारे सैकड़ों सैनिकों ने पाकिस्तान के सैनिकों को साफ कर दिया और हम सैनिकों की कुर्बानी और पराक्रम को सलाम करते हैं।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणस्रोत: शिवशंकर सिंह
कोशिश संस्था के शिवशंकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि युद्ध में भारतीय सैनिकों ने जिस पराक्रम का परिचय दिया उसका शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता।हमारे सैनिकों के फौलादी इरादों एवं अचूक मार से पाकिस्तानी सैनिकों एवं उनके इरादों को ध्वस्त कर दिया ।
प्रमुख लोग जो शामिल हुए
संगठन के विनय, जितेंद्र, वरुण कुमार, अनिल, जसबीर, दीपक शर्मा, धनेश्वर, गौतम लाल, उमेश सिंह, सुरेंद्र पांडे, अवधेश, पवन कुमार, किशोरी, सत्य प्रकाश पंकज, सुखविंदर सिंह, बिरजू, निर्मल कुमार, हरे राम, धनंजय निर्दोष, अमोद कुमार, राजेश कुमार, कुंदन, संतोष कुमार, वेद प्रकाश, विजय, गौतम लाल, रंजीत, अमित कुमार, राजेश कुमार, शशि भूषण, उमेश शर्मा, मानिक वरदा, मनोज कुमार, लाल मोहन, संतोष, दयानंद सिंह एवं 60 पूर्व सैनिक माजूद रहे।
इन सामाजिक संगठनों का मिला सहयोग
क्रीड़ा भारतीय से सुभाष कुमार एवं मुकेश, पतंजलि से राजीव, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से सोनू ठाकुर, बागबेड़ा हेल्पिंग बॉय से रामजी एवं टीम, विश्व हिंदू परिषद से मुन्ना, बजरंग सेवा संस्थान से सागर तिवारी, वॉइस आफ ह्यूमैनिटी से हरि सिंह एंड टीम उपस्थित रहे।