- बागबेड़ा के भाजपाईयों ने एक बार फिर दिखाया दम, कलांतर में याद किया जायेगा यह सहयोग
- 1990 से भाजपा से जुड़े थे नरेंद्र कुमार सिंह, हर आयु वर्ग के लोगों के बन गये थे हर दिल अजीज
फतेह लाइव रिपोर्टर
भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी और लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे नरेंद्र कुमार सिंह (45) का सोमवार तड़के टाटा मुख्य अस्पताल में निधन हो गया. वह बीमार चल रहे थे. उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को पार्वती घाट पर किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में भाजपाईयों के अलावा दोस्त व परिजन उपस्थित थे. बागबेड़ा हरहरगुट्टू निवासी नरेंद्र कुमार सिंह मूल रूप से छपरा जिला के भटौरा गांव के रहने वाले थे. वह जमशेदपुर के बागबेड़ा हरहरगुट्टू में अपने चाचा सुमेश्वर सिंह के यहां आये और फिर जमशेदपुर के ही होकर रह गये.
यहां उन्होंने अपने चाचा सुमेश्वर सिंह के फर्नीचर व्यावसाय से ही कैरियर की शुरुआत की और 1990 से भाजपा से जुड़े गये. वह 1992 में युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष बने. इसके बाद वह बागबेड़ा मंडल के उपाध्यक्ष भी रहे. नरेंद्र कुमार सिंह हर आयु वर्ग के लोगों के साथ दोस्ताना संबंध रहा. उनका व्यवहार ऐसा था कि वह किसी को भी बहुत जल्द अपनी मुरिद बना लेते थे. वह हर दिल अजीज थे. भाजपा में रहने के दौरान ही नरेंद्र सिंह तत्कालीन विधायक सरयू राय के नजदीक आये जो उनके पार्टी छोड़ने
के बाद भी नजदीकियों में शामिल रहे थे. हालांकि वह अस्पताल से लेकर पार्वती घाट तक नजर नहीं आये.
उनके अकास्मिक निधन की खबर मिलते ही दूर-दराज से पार्वती घाट पहुंचे पूर्व व वर्तमान दोस्तों के बीच सहृदयता व सबके लिए हर समय उपलब्ध होने वाले दाेस्त के रूप में चर्चा होती रही. सबके दिल में मलाल था कि नरेंद्र ने कभी अपनी परेशानी की चर्चा तक नहीं की और अचानक चल निकला. असाध्य बीमारी का सामना कर रहे नरेंद्र सिंह ने आर्थिक तंगी से गुजरने के बावजूद किसी को कुछ आभास तक नहीं होने दिया. आलम यह था कि इलाज में भारी भरकम खर्च कर चुके परिजन अंतिम समय में टीएमएच में चल रहे इलाज का बिल भुगतान करने में असमर्थ दिख रहे थे. इसके लिए विधायक, सांसद, पूर्व विधायक का दरवाजा खटखटाया गया, लेकिन कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था.
एक ओर अस्पताल प्रबंधन की 1.95 लाख वसूलने की जिच तो दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों के मौन से बागबेड़ा के भाजपाइयों के सब्र का बांध टूटने लगा. सांसद से लेकर जनप्रतिनिधियों को निशाने पर लेकर परिणाम भुगतने तक की चेतावनी दे डाली गयी. बागबेड़ा के सुनील कुमार तिवारी, विनोद सिंह, सुशील यादव उर्फ सोसो, मंडल अध्यक्ष संजय सिंह समेत भाजपा मोर्चा के कई पदाधिकारी व दोस्त टीएमएच पहुंच चुके थे. उनका आक्रोश भड़क रहा था. इस बीच सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार ने मध्यस्थता कर रास्ता निकाला. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने शव को रिलीज करने की प्रक्रिया पूरी की और 30 घंटे बाद नरेंद्र कुमार के अंतिम संस्कार का रास्ता साफ हो सका. किसी अस्पताल से शव रिलीज कराने का यह मामला कालांतर में मिशाल बनकर देखा जायेगा.
इसके बाद शव को बागबेड़ा हरहरगुट्टू स्थित आवास ले जाया गया वहां से उसे पार्वती घाट लाया गया. यहां पूर्व मंडल अध्यक्ष धनंजय उपाध्यक्ष, वर्तमान अध्यक्ष संजय सिंह, रामचंद्र सिंह, संतोष सिंह, समेत तमाम दोस्त व संबंधी उपस्थित थे. भाजपा का झंडा ओढ़ाकर भाजपाईयों ने नरेंद्र कुमार सिंह का श्रद्धांजलि दी. नरेंद्र सिंह को पार्टी का झंडा भाजपा घाघीडीह मंडल अध्यक्ष संदीप शर्मा ने ओढ़ाया, क्योंकि वह हर-हर गुट्टू में रहते थे, जो कि भाजपा घाघीडीह मंडल के अंतर्गत आता है.
नरेंद्र कुमार सिंह को *फतेह लाइव *की भावभीनी श्रद्धांजलि.