सात मैंबरी कमेटी करेगी गुरुद्वारा का संचालन, 15 दिन में दुरुस्त होगी खाता बही






































फतेह लाइव, रिपोर्टर।
श्री कालगीधर गुरुद्वारा साहेब टुइलाडूंगरी कमेटी को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भंग कर दिया है। यह फैसला गुरुवार को सीजीपीसी कार्यालय में आयोजित त्री पक्षीय बैठक में हुआ। करीब एक घंटे तक चली बैठक में सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने दोनों पक्षों को सुना। अंतता गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सुखराज सिंह के कार्यकाल में हुई अनियमितता उजागर हुई। उन्होंने इसे स्वीकार किया। जिसके बाद प्रधान भगवान ने फैसला सुनाया कि अब से गुरुद्वारा कमेटी भंग कर दी गई है। गुरुद्वारा संचालन के लिए सात मैंबरी कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें दो प्रतिनिधि सीजीपीसी, दो सुखराज खेमे और दो विपक्ष के होंगे। विपक्ष की ओर से सुखदेव सिंह मल्ली और रंजीत सिंह के नाम पर सहमति बन गई, जबकि अन्य नामों पर निर्णय बाद में होगा। इस बैठक के बाद विपक्षी खेमे ने इसे स्थानीय संगत की जीत।
मालूम हो कि पिछले कुछ माह से टुइलाडूंगरी गुरुद्वारा कमेटी में विवाद काफी बड़ गया था। पिछले दिनों जहां बैठक के दौरान मारपीट हुई थी। वहीं विपक्ष लगातार गुरुद्वारा में हावी हो रहा था। प्रधान सुखराज सिंह पर मनमानी करने का आरोप था। उनके भाई सचिव परमजीत सिंह विक्की थे। दोनों मिलकर किसी की नहीं सुनते थे, ऐसा संगत का आरोप आने लगा था। दो साल से गुरुद्वारा का हिसाब किताब भी सार्वजनिक नहीं किया गया था।
ये थे उपस्थित
सेंट्रल से भगवान के अलावा गुरचरण सिंह बिल्ला, अमरजीत सिंह, सुरजीत सिंह खुशीपुर, गुरमीत सिंह तोते, रंजीत सिंह एकलगड्डा, एक पक्ष से सुखराज सिंह, विक्की, रंजीत सिंह, दर्शन सिंह काले एवं दूसरे से सतपाल सत्ते, सुखदेव मल्ली, जसबीर सिंह पदरी, एसपी काले आदि उपस्थित थे।