सोनारी गुरुद्वारा मामला गया न्यायलय, उधर – मानगो थाना में हुई धमकाने की शिकायत
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में सिख समाज की राजनीति दो मामलों को लेकर शनिवार को फिर गर्म हो चुकी है. इसमें फिर भगवान सिंह की साख पर उंगली उठी है. पहला मामला सोनारी गुरुद्वारा से जुड़ा हुआ है. जहां वहां के उपाध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने न्यायलय का दरवाजा खटखटाया है और उनके गुरूद्वारे में सीजीपीसी के हस्तक्षेप को अवैध बताया है. न्यायलय में गुरप्रीत सिंह के मामले को उनके अधिवक्ता केएम सिंह और उनके सहायक वंश सबलोक देख रहे हैं. इस प्रक्रिया के सामने आने के बाद रविवार को सोनारी की संगत के लिए सीजीपीसी द्वारा बैठक क्या मोड़ लेती है, इसपर सबकी निगाहें बनी हुई हैं.
वहीं अन्य दूसरे मामले में झारखंड सिख समन्वय समिति के वरीय सलाहकार अवतार सिंह भाटिया ने भगवान सिंह के बेटे जगजीत सिंह के अलावा उनकी टीम के महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, सलाहकार सुखविंदर सिंह राजू और अन्य पर घर में घुसकर धमकाने का आरोप लगाया है. यह विवाद पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए चंदा उगाही के विषय पर अवतार सिंह भाटिया द्वारा सीजीपीसी पर की गई तथाकथित टिप्पणी से जुड़ा हुआ है.
देर रात तक मानगो थाना में समिति के लोगों ने एकजुटता दिखाई और लिखित शिकायत की. मानगो थाना प्रभारी नित्यानंद प्रसाद ने बताया है कि अभी तक उपरोक्त शिकायत पर किसी तरह का मामला दर्ज नहीं हुआ है. वह जांच कर रहे हैं कि धमकी देने का कोई सबूत मिल जाये.
इस संबंध में सीजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला से बात की गई. उन्होंने आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि विरोधी सीजीपीसी को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. मालूम हो कि इन दिनों सिख समाज में बहुत कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है.