गुरु महाराज के सामने हजारों लोगों ने माथा टेककर किया आशीर्वाद ग्रहण
जिला प्रशासन एवं सहयोग करने वाले सभी लोगों के प्रति आभार : शैलेंद्र-भगवान
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350 वि शहादत को समर्पित शहीदी नगर कीर्तन, आसनसोल, धनबाद, पुरुलिया, बलरामपुर चांडिल होते हुए 26 अगस्त की रात्रि 1.15 बजे डोबो हाईवे स्थित मनजीत-जगजीत होटल के नजदीक पहुंचा. जहां सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं विभिन्न गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों ने जोरदार स्वागत किया. यहां से शहीदी नगर कीर्तन का संत कुटिया गुरुद्वारा कमेटी एवं समूह साध संगत ने स्वागत किया. मानगो पुल खंडाचौक पर मानगो गुरुद्वारा कमेटी एवं समूह साध संगत साकची गुरुद्वारा मेन रोड पर साकची गुरुद्वारा कमेटी एवं सिख संगत द्वारा स्वागत किया.
समाजसेवी अमरजीत सिंह काले परिवार ने नमन संस्था के बैनर तले, तो हावड़ा चौक में सीतारामडेरा गुरुद्वारा कमेटी आरडी टाटा स्कूल मेन रोड पर रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा कमेटी, गोलमुरी चौक पर टिनप्लेट, टुईलाडूंगरी, बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी द्वारा स्वागत किया गया.
यहां से शहीदी नगर कीर्तन सुबह 4 बजे टेल्को गुरुद्वारा में पहुंच कर समाप्त हुआ. टेल्को गुरुद्वारा कमेटी द्वारा विशेष रूप से गुरु का लंगर का भी प्रबंध किया गया था. नगर कीर्तन में बाहर से आए हुए सभी लोगों ने 4 घंटे विश्राम किया और 27 अगस्त को ही सुबह 9 बजे शहीद नगर कीर्तन की शुरुआत हुई. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा पालकी साहब में विराजमान गुरु ग्रंथ साहिब जी का रुमाला साहब एवं प्रसाद चढ़ाकर आशीर्वाद ग्रहण किया. उसके बाद शहीदी नगर कीर्तन टेल्को मेन गेट होते हुए तार कंपनी रोड होते हुए नीलडीह गोल चक्कर होते हुए कूच किया. नीलडीह में तार कंपनी, बिरसानगर, नामदा बस्ती गुरुद्वारा एवं समूह साध संगत ने जोरदार स्वागत किया.
मौके पर सिख स्त्री सत्संग सभा की विभिन्न सभाएं पालकी साहब के आगे आगे शब्द कीर्तन गायन करते हुए नजर आई. नामदा बस्ती पार्क पर वैष्णो कौर एन जी ओ द्वारा गर्म दूध एवं प्रसाद की सेवा की गई थी. यहां पर भाजपा के जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा एवं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनजीत सिंह गिल के नेतृत्व में गुरु महाराज का स्वागत किया गया. साथ ही पांच प्यारों को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया. जेम्को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, मनीफिट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं धर्म प्रचार अकाली दल के अधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया. यहां से शहीदी नगर कीर्तन का बर्मामाइंस गुरुद्वारा के नजदीक जोरदार स्वागत किया गया. उसके बाद टाटानगर रेलवे पुल के नीचे गुदरी मार्केट के सामने किताडीह, गोलपहाड़ी, सरजामदा, सुंदरनगर, बागबेड़ा ने संयुक्त रूप से पालकी साहब का जोरदार स्वागत किया और जलपान की व्यवस्था भी रखी गई.
नगर कीर्तन स्टेशन रोड से होते हुए बाबू कुंवर सिंह चौक पहुंचा. जहां पर स्टेशन रोड कमेटी एवं समूह संगत द्वारा स्वागत किया, जबकि शहीद भगत सिंह चौक जुगसलाई फाटक पर गौरीशंकर रोड एवं समूह संगत द्वारा भी स्वागत किया गया. यहां पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य महावीर मुर्मू ने गुरु महाराज के समक्ष मत्था टेक कर आशीर्वाद लिया. आदित्यपुर मोड पर हरजीत सिंह बिट्टू, रॉकी सिंह परिवार द्वारा नगर कीर्तन में शामिल संगत की सेवा जलपान एवं मीठे शरबत से की गई. उसके बाद रामदास भट्ठा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा मेन रोड में गुरु का लंगर बांटा गया. खालसा क्लब के नजदीक गम्हरिया गुरुद्वारा कमेटी और समूह संगत द्वारा भी जलपान की व्यवस्था कराई गई.
नगर कीर्तन जब बिष्टुपुर गुरुद्वारा पहुंचा तो वहां पर हजारों लोगों ने पालकी साहब का स्वागत किया एवं गुरु महाराज के शस्त्रों के दर्शन किए. यहां गुरुद्वारा कमेटी ने हजारों लोगों के लिए गुरु के लंगर का प्रबंध किया हुआ था. गुरु का लंगर चलने के बाद लगभग 3:00 बजे शहीदी नगर कीर्तन सर्किट हाउस सोते हुए साइ मंदिर के नजदीक पहुंचा. जहां पर सोनारी की समूह संगत द्वारा स्वागत किया एवं जलपान की भी व्यवस्था की. यहां से डोबो पुल के नजदीक पहुंचने पर रामगढ़िया सभा द्वारा जलपान चाय एवं शरबत की सारी व्यवस्था थी. साथ हि पांच प्यारों को सरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया.
उसके बाद शहीदी नगर कीर्तन रांची की ओर रवाना हो गया. जमशेदपुर में शहीदी नगर कीर्तन के स्वागत के लिए लोगों ने जगह-जगह तोरण द्वार बनाए हुए थे और खाने-पीने के स्टॉल लगाए हुए थे. जमशेदपुर में शहीदी नगर कीर्तन का ऐतिहासिक स्वागत होने पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह एवं चेयरमैन चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने खासतौर से जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया. साथ ही समूह साध संगत सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटीया सभी स्त्री सत्संग सभाएं, सभी नौजवान सभाएं, सिख युथ फेडरेशन प्रधान सतनाम सिंह, महाराजा रणजीत सिंह सेवादल एवं कई अन्य संस्थाओं को बधाई देते हुए आभार प्रकट किया है. शहीदी नगर कीर्तन को ऐतिहासिक सफलता सफल बनाने में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, पटना साहिब महासचिव इंद्रजीत सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह, चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार हरदीप सिंह भाटिया, परविंदर सिंह सोहल, सुखविंदर सिंह राजू, सुखदेव सिंह बिट्टू, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुरजीत सिंह खुशीपुर, महेंद्र पाल सिंह, कमलजीत सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह, हरदीप सिंह छनिया, हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर, दलजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह राजू, हरविंदर सिंह मिंदी, जरनैल सिंह, जागीर सिंह, परमजीत सिंह, जोगा सिंह, गुरदयाल सिंह, सुखविंदर सिंह मिट्ठू, अविनाश सिंह, जसवीर सिंह संधू, कमलजीत सिंह, गुरु शरण सिंह, जगजीत सिंह गांधी, गुरमेल सिंह, इंद्रजीत सिंह, गुरमुख सिंह खोखर, बलदेव सिंह, सतबीर सिंह सत्ते, लखविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह, रविंद्र सिंह, जागीर सिंह, रविंद सिंह, बलवीर सिंह, रविंद्र सिंह, रणजीत सिंह, अवतार सिंह, मलकीत सिंह, रणजीत सिंह मथारू, बलकार सिंह, जसवंत सिंह, रामगढ़िया सभा के प्रधान के पी एस बंसल, उपाध्यक्ष सतविंदर सिंह बब्बू, महासचिव तजवीर कलसी, सिख यूथ फेडरेशन सतनाम सिंह गंभीर, अमरजीत सिंह, सेंट्रल सिख नौजवान सभा प्रधान अमरीक सिंह, महासचिव सुखवंत सिंह सुक्कू, सरबजीत सिंह, गुरजीत सिंह पिंटू, इंदर सिंह इंदर, जगतार सिंह नागी, हरदीप सिंह दिपी, विक्की सिंह, महाराजा रणजीत सिंह सेवादल अमृतपाल सिंह, हरजीत कौर, समाजसेवी कमलजीत कौर गिल, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, चेयरमैन कमलजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर, उपाध्यक्ष प्रविंद्र कौर, बलविंदर कौर, महासचिव सुखवंत कौर, परमजीत कौर आदि की उल्लेखनीय भूमिका रही.