फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में उपायुक्त कार्यालय पर जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे के नेतृत्व में इंटर कक्षाओं को डिग्री कालेजों से हटाकर +2 विधालयों में स्थानांतरित करने के निर्णय से झारखण्ड के 2.5 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य पर संकट आ गया है, जिस पर पुनर्विचार करने के विषय को लेकर एक मांग पत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम से जिला उपायुक्त को सौंपा गया।
जिलाध्यक्ष ने इस गंभीर विषय पर कहा कि झारखण्ड सरकार द्वारा डिग्री काॅलेजों से इंटरमीडिएट 11वीं, 12वीं कक्षाओं को हटाकर +2 विधालयों में स्थानांतरित करने के निर्णय से राज्यभर के लाखों विधार्थियों के भविष्य को गहराई से प्रभावित कर रहा है। केवल पूर्वी सिंहभूम जिले में ही लगभग 12,000 इंटर सीटें अचानक समाप्त कर दी गई हैं, जिससे 21,000 से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं। राज्य भर में लगभग 600 गैर-शिक्षण कर्मचारी भी अपनी नौकरियों को लेकर असमंजस में हैं।
मुख्यमंत्री से जिला कांग्रेस की मांगें
1) इस नीति पर तुरंत पुनर्विचार कर इसे स्थगित किया जाए।
2) इंटर की कक्षाएँ तभी स्थानांतरित हों जब संसाधन, शिक्षक और अधोसंरचना पूर्ण रूप से तैयार हों।
3) गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नौकरी और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
5) भविष्य में छात्रों से जुड़ी किसी भी नीति में सभी हितधारकों से परामर्श लिया जाए।
जिलाध्यक्ष दुबे ने आशा व्यक्त किया कि झारखंड सरकार इस विषय पर संवेदनशील और त्वरित निर्णय लेकर छात्रों और उनके परिजनों को राहत देगी। आज राज्य की जनता विशेषकर छात्र समुदाय कांग्रेस से आशा लगाए बैठी है और हम ज़मीनी कार्यकर्ता के रूप में यह आवाज़ आप तक पहुँचा रहे हैं। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे, प्रदेश सचिव खगेनचन्द्र महतो, राकेश कुमार तिवारी, रजनीश सिंह, अशोक सिंह, एनएसयुआई अध्यक्ष सचिन कुमार सिंह, अरूण कुमार सिंह, चिन्ना राव, नलिनी सिन्हा महिला अध्यक्ष, सतीश कुमार, दुर्गा प्रसाद, संध्या ठाकुर, गुलाम सरबर, इंतिखाब, बिरेंद्र पाण्डेय सहित बडे संख्या में छात्र एवं छात्रों के परिजन शामिल हुए।