समावेशी, सर्वहितकारी और विकासोन्मुखी बजट , सबका ध्यान, सबका सम्मान
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया वित्तीय वर्ष 2025-26 का आम बजट देश की आर्थिक प्रगति को नई ऊर्जा और गति प्रदान करने वाला है. यह बजट समाज के हर वर्ग—गांव, गरीब, किसान, नारी शक्ति, आदिवासी, दलित, पिछड़ा, वंचित और मध्यम वर्ग के साथ-साथ युवाओं और उद्यमियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में तैयार किया गया यह बजट लोक-कल्याणकारी दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है. इस बजट में मध्यम वर्ग को कर सुधारों के माध्यम से बड़ी राहत प्रदान की गई है. नए कर ढांचे के तहत ₹12 लाख तक की आय पर कोई कर नहीं लगेगा, जो मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी राहत है. इससे उनकी क्रय शक्ति में वृद्धि होगी और देश में उपभोग, बचत एवं निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा.
कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए प्रधानमंत्री धन-धान्य योजना की घोषणा की गई है जिससे लगभग 1.7 करोड़ किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. इसके अलावा, बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया गया है. युवाओं के लिए नए अवसर सृजित करने के लिए कौशल विकास और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की योजनाएं शामिल हैं.
यह बजट न केवल आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने का सशक्त आधार भी प्रदान करता है. यह बजट समावेशी विकास, सामाजिक न्याय और आर्थिक समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर होने का प्रतीक है.
– बजट में डिजिटल इंडिया और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए नई पहलों की घोषणा की गई है.
– महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई हैं, जिससे महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाया जा सके.
– छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को सहायता प्रदान करने के लिए नई नीतियां लाई गई हैं जो रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को गति देंगी.
– ग्रामीण विकास और आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया है.
काले ने कहा कि कुल मिलाकर यह बजट देश के हर नागरिक के लिए आशा और संभावनाओं का संदेश लेकर आया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री जी का धन्यवाद व आभार प्रकट किया है.