फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में चुनावी शोर के बीच सिख समाज पर सबकी निगाहें खासा बनी हुई है. दरअसल, इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि धार्मिक कार्य करने वाली सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने खुलकर इंडी प्रत्याशी समीर महंती को समर्थन दे रहे हैं. इसे लेकर सिख समुदाय के एक पक्ष में प्रधान के खिलाफ नाराजगी बनी हुई है. बुधवार को टिनप्लेट स्थित काली मंदिर में सिख समाज के लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधान भगवान सिंह को आड़े हाथ लिया. कुलजोत सिंह गोल्डी ने कहा कि समाज के लोगों ने उन्हें प्रधान चुना है. ऐसे में भगवान सिंह को धर्म और समाज के मामलों में रूचि रखनी चाहिए. वह पुरे सिख समाज पर फरमान लागू नहीं कर सकते, वह भी मताधिकार के मामले में. जो कि देश के हर नागरिक का है और वह स्वतंत्र होता है कि जिसे चाहे वोट दे.
गोल्डी ने कहा कि पूर्व विधायक रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो ने जमशेदपुर के कई गुरुद्वारों में निर्माण कार्य कराये हैं. सिख समाज उनका ऋणी है और आगे भी रहेगा.
वहीं, वरीय सदस्य जीत सिंह ने भी प्रधान भगवान सिंह पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें राजनीति करनी है तो सीजीपीसी से इस्तीफा दें. यही सिख संगत की मांग है. अन्य समाज की तरह फ़तुवा नहीं थोप सकते. सिख जागरूक हैं और उन्हें यह भली भांति मालूम है कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं. जीत सिंह ने उनपर आरोप लगाए हैं कि प्रधान बनने के बाद विभिन्न गुरुद्वारों में विवाद बढ़ गए हैं. कई गुरुद्वारा में पैरल्ल कमेटी काम कर रही है. सीजीपीसी की कमेटी घुसी हुई है. वह मामले तो वह सुलझाने में नाकाम हुए हैं और सिखों के बीच दरार डालने का काम कर रहे हैं. वह राजनीतिक पार्टी में शामिल क्यों नहीं हो जाते.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलवंत सिंह कणके, दारा सिंह, जसबीर सिंह, बबलू सिंह, गुरदेव सिंह, नवजोत सिंह सोहल, रंजीत सिंह आदि शामिल थे.