जमशेदपुर।






































मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो सामने आने के कुछ दिन बाद ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर राष्ट्रपति के नाम संबोधित पत्र में कहा कि देश मणिपुर में आदिवासियों के साथ ‘‘बर्बर तरीके” का व्यवहार नहीं होने दे सकता.
सतनाम सिंह गंभीर ने कहा, ‘‘क्रूरता के सामने चुप्पी एक भयानक अपराध है, इसलिए मैं आज मणिपुर में हिंसा पर भारी मन और गहरी पीड़ा के साथ आपको पत्र लिखने के लिए मजबूर हूं…मैं मणिपुर के बिगड़ते हालत, महिलाओं के खिलाफ अमानवीय अत्याचार और यौन शोषण को लेकर बहुत व्यथित और चिंतित हूं.” सोरेन ने पत्र में कहा कि मणिपुर ‘‘दो महीने से जल रहा है, दिल दहला देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं” और पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में अभूतपूर्व गिरावट” आई है.
सतनाम सिंह गंभीर ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा ‘‘मुद्दे को दरकिनार करने, मीडिया की आवाज को दबाने” का हताशापूर्ण प्रयास किया जा रहा है. सतनाम ने कहा, ‘‘मणिपुर और भारत के सामने आने वाले संकट के इस सबसे कठिन समय में हम आपको आशा और प्रेरणा के अंतिम स्रोत के रूप में देखते हैं जो इस कठिन समय में मणिपुर के लोगों और भारत के सभी नागरिकों को रोशनी दिखा सकते हैं.”
सतनाम सिंह गंभीर ने कहा की इस देश के एक चिंतित नागरिक के रूप में, मैं मणिपुर के हालात से बहुत व्यथित और चिंतित हूं, जहां सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान चली गई. संपत्ति और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का नुकसान हुआ, यातना और महिलाओं का यौन शोषण, विस्थापन और प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले कई जातीय समूहों के बीच असुरक्षा की गंभीर भावना पैदा हो गई है.”