फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सीतारामडेरा थाना अंतर्गत जंबो अखाड़ा के पास अखाड़ा के संरक्षक बंटी सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के भतीजे कमलेश साहू के समर्थकों को बीच जमकर मारपीट हुई थी. इस घटना में बंटी सिंह के समर्थकों ने कमलेश साहू की पिटाई भी की थी. इधर, सीतारामडेरा थाना में एक पक्ष की ओर से बृज किशोर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें कमलेश साहू, दुर्गा यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है.
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शिकायत में कहा गया है कि कमलेश साहू और उसके समर्थकों ने घर में घुसकर महिलाओं से छेड़खानी की और घर पर पथराव किया. वहीं दूसरे पक्ष से पुलिस ने टीएमएच में इलाजरत कमलेश साहू का फर्द बयान ले लिया है, लेकिन रात तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. इधर, पुलिस ने स्थिति को देखते हुए बंटी सिंह के घर के पास अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है. वहीं कमलेश का इलाज टीएमएच अस्पताल में चल रहा है. उसे सीसीयू से वार्ड में शिफ्त कर दिया गया है.
फुटबॉल ग्राउंड से शुरु हुआ था विवाद
बता दे कि हरिजन स्कूल मैदान के पास रविवार को बस्ती की ओर से फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था. मैच के बीच कमलेश साहू के समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया था. हालांकि इस दौरान मामले को शांत करवा दिया गया था. देर शाम बंटी सिंह समेत अन्य लोग हनुमान मंदिर के पास खड़े थे. इसी दौरान कमलेश साहू, दुर्गा यादव, अभिजीत मुखी, संजीत मुखी समेत अन्य युवक आए और मारपीट शुरू कर दी. सभी ने बंटी सिंह के घर पर पथराव शुरू कर दिया. इसी बीच सभी कमलेश साहू को पकड़ लिया गया और उसकी पिटाई शुरु कर दी गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे डीएसपी भोला प्रसाद ने लोगों को समझाकर कमलेश को ले जाने का प्रयास किया पर लोगों ने विरोध शुरू करते हुए पुलिस को ही घेर लिया. पुलिस ने किसी तरह कमलेश को मौके से निकाला.
कमलेश का बयान, ब्रिजकिशोर की पत्नी ने रड से मारामारी शुरू की, जान से मारना चाहते थे
कमलेश ने पुलिस को अपनी पत्नी लक्ष्मी साहू के सामने बताया कि वह भतीजे मुन्ना यादव उर्फ मुकेश कुमार के साथ भालूबासा में पान खाकर शीतला मंदिर के पास कार्यालय शाम छह बजे चले गए थे. भालूबासा चौक पर धर्मेंद्र ने बताया था कि बंटी सिंह एवं ब्रिजकिशोर सिंह आपको खोज रहा था. कुछ देर बाद वह भतीजे के साथ स्कूटी में उनके घर गए तो वह अपशब्द कहने लगे. बोला कि बड़ा राज्यपाल का भतीजा बनता है. मैंने इसका विरोध किया थो वहां पहले से चार-पांच लोग थे. ब्रिजकिशोर की पत्नी लोहे के रड से हम दोनों को मारने लगी. ऐसा लग रहा था कि दोनों को जान से मार देंगे. तब बंटी सिंह ने पिस्तौल माथा में सटाकर ट्रिगर दबाया, लेकिन गोली फायर नहीं हुई.
तब लोग जान से मारकर चांडिल लेक में फेंकने की बात बोल रहे थे. एक आदमी जिन्दा जलाने का बात कह रहा था. उसके बाद अंदर ले जाकर रड से मारने लगे. सभी गाली गलौज करते हुए जान से मारने की बात बोल रहे थे. भतीजा मुन्ना वहां से जान बचाकर किसी तरह भाग निकला. तभी पुलिस ने आकर मेरी जान बचाई. इस दौरान लाल सूट पहनी एक महिला ने मेरे गले से 35 ग्राम की सोने की चेन, सोने का ब्रेसलेट तथा पॉकेट से 45 सौ रूपये छिन लिए. उसके बाद हम बेहोश हो गए जब होश आया तो टीएमएच में था.