फतेह लाइव, रिपोर्टर।


इन दिनों टुईलाडूंगरी गुरुद्वारा में खूब विवाद हो रहा है। प्रधान सुखराज सिंह और उसके छोटे भाई सचिव विक्की की मनमानी के खिलाफ संगत में आक्रोश व्याप्त है। मामला डीसी, एसएसपी तक भी गया है। इसी विवाद के क्रम में मंगलवार देर शाम गुरुद्वारा में उस वक्त भगदड़ मच गई, जब प्रधान के तीसरे नंबर के भाई ने आम सभा कर रही संगत पर हमला कर दिया। यह हमला संगत का नेतृत्व कर रहे सतपाल सिंह सत्ते पर हुआ। एक महिला की नजर इस पर पड़ गई। उसके शोर मचाने पर सत्ते घूमे, लेकिन फिर भी हाथ में चोट लग गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार सत्ते अगर नहीं उठते तो उनकी गर्दन उतर सकती थी। इसके बाद बैठक में भगदड़ मच गई। करीब सौ पुरुष और 30-40 महिलाएं इसमें शामिल थे। लोगों ने हमलावर का पीछा किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
ट्रस्टी की भी नहीं मान रहे दोनों भाई
संगत का कहना है कि क्षेत्र के सुलझे हुए ट्रस्टी रंजीत सिंह की भी दोनों भाई नहीं सुन रहे हैं. अन्य ट्रस्ट के सदस्य दुनिया से चल बसे हैं, जबकि एक मात्र रंजीत को पूछ नहीं रहे. यहां सिलेक्टेड प्रधान है. मांग हो रही है कि इलेक्टेड प्रधान होना चाहिए, जो सब कुछ पारदर्शी रखे. इधर, प्रधान को बाहर करने में दूसरे गुट ने भी ताकत लगाई है. संगत के बीच पार्टी का दौर शुरू हो चुका है, ताकि चुनाव होता है तो उनका पाला भारी रहे.
थाना प्रभारी से मिला असहयोग, जनता में नाराजगी
इसके बाद घटना की सूचना पाकर थाना प्रभारी गोलमुरी मौक़े पर पहुंचे। उनके तरफ से मिले असहयोग के लिए संगत में रोष व्याप्त है कि थाना प्रभारी होकर उन्होंने कुछ गलत बयान बाजी कर दी। बहरहाल, गुरुद्वारा के इस मसले पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की नजर बनी हुई है। वहीं से प्राप्त निर्देश के अलोक में यहाँ बैठक रखी गई थी, जहां 15 दिनों में विवाद का निपटारा करने के निर्देश थे। बता दें कि तीन दिन पूर्व यहाँ संगत ने गुरुद्वारा के कार्यालय में ताले लगा दिये थे। संगत प्रधान के पूरी तरह से बरखिलाफ है। कुछ माह पूर्व यहाँ निर्माण कार्य का भाड़ेदारों ने विरोध किया था। तब भी गुरु घर में खुलेआम गाली गलौज हुई थी, जो कि गुरु घर की मर्यादा का हनन है।