फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने दैनिक उदितवाणी के संस्थापक संपादक राधेश्याम अग्रवाल के निधन को पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. इस औद्योगिक शहर में सुधी पाठक वर्ग तैयार करने में उनकी जो भूमिका रही है वह सराहनीय है. अखबार एवं पत्रकारिता जगत का जब भी इतिहास लिखा जायेगा, उनकी देन स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी. 1980 के दशक में उन्होंने इस औद्योगिक शहर में दैनिक उदितवाणी की स्थापना की और नागरिकों को सामाजिक, संस्कृति और आर्थिक रूप से संवेदनशील बनाया. इन 40 साल में शहर में जो कुछ उन्होंने पत्रकारिता के माध्यम से दिया है, अनुपम है. उनकी देन है कि शहर में कई लोगों को उन्होंने कलम का सिपाही बनाया जो आज देश में बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं और नामचीन हैं. पप्पू के अनुसार, वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें व परिवार, संबंधी और शुभचिंतकों को दुख सहने की शक्ति दे.
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