- टीएसी की बैठक में शराब दुकान खोलने के फैसले को वापस लेने की मांग
फतेह लाइव, रिपोर्टर
जनता दल (यूनाइटेड) अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष प्रकाश कोया के नेतृत्व में जिला उपयुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रेषित ज्ञापन जिला उपविकास आयुक्त को सौंपकर आदिवासी बहुल ग्रामीण इलाकों में ग्राम सभा की अनुमति से शराब दुकान खोलने के निर्णय का विरोध जताया है. जद (यू) नेताओं ने कहा कि 21 मार्च 2025 को ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (टीएसी) की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जो आदिवासी और मूलवासी युवाओं के भविष्य के लिए खतरनाक है. उन्होंने इसे गरीब और आदिवासी जनता के साथ धोखा बताया और कहा कि रोजगार, शिक्षा के बजाय शराब का प्रचार युवाओं के लिए अंधकारमय भविष्य की साजिश है.
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आदिवासी युवाओं के हित में शराब नीति पर विवाद बढ़ा
मोर्चा ने मुख्यमंत्री से तत्काल इस निर्णय को वापस लेने और ग्रामीण इलाकों में शराब की बिक्री की अनुमति देने से इनकार करने की मांग की है. जद (यू) ने चेतावनी दी कि यदि सरकार अपनी नीति नहीं बदलेगी तो वे ग्रामीण इलाकों में जाकर जनजागरूकता अभियान चलाएंगे और विरोध के स्वर को और तेज करेंगे. इस अवसर पर पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, कुलविंदर सिंह पन्नू, राजेन कुजूर, भानू देवी, यशोदा मुंडा समेत दर्जनों नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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जद(यू) अनुसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश सरकार पर दबाव
कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में शराब की दुकान खोलने से सामाजिक बुराइयां बढ़ेंगी और यह क्षेत्र की सांस्कृतिक तथा पारंपरिक जीवनशैली को नुकसान पहुंचाएगा. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह जनजातीय समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस निर्णय को वापस लेकर उनकी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करे. जद (यू) का मानना है कि बेहतर रोजगार और शिक्षा के अवसर ही आदिवासी युवाओं का सशक्तिकरण कर सकते हैं.