कांवर यात्रा के लिए पंजीयन एक जुलाई से, मध्य प्रदेश के रीवा से आए कलाकार बाबा बैद्यनाथ की कथा की जीवंत झांकी करेंगे प्रस्तुत: विकास सिंह
फतेह लाइव, रिपोर्टर.






सावन के पावन माह में बाबा बैधनाथ सेवा संघ के द्वारा निःशुल्क कांवर यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. साकची के अग्रसेन भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बाबा बैधनाथ सेवा संघ के संस्थापक सदस्य विकास सिंह ने बताया की सावन के पावन महीने में 1100 शिव भक्तों का जत्था निःशुल्क कांवर यात्रा में शामिल होकर जमशेदपुर से सुल्तानगंज रवाना होगा. यात्रा में सोनारी, कदमा, बिस्टुपुर, साकची और मानगो के शिवभक्त शामिल होंगे.
यात्रा में शामिल होने वाले लोगों का पंजीयन एक जुलाई से आरंभ होगा. कांवर यात्रा में 18 वर्ष से अधिक एवं 60 वर्ष से कम उम्र के महिलाएं एवं पुरुष शामिल रहेंगे. पहले आओ पहले पाओ की तर्ज में पंजीयन का कार्य होगा. पंजीयन के बाद सभी कांवरियों को फोटो युक्त पहचान पत्र निर्गत किया जाएगा, जिससे लोगों को धर्मशाला एवं बस में प्रवेश मिलेगा.
भारी भीड़ रहने के कारण जत्थे से लोग बिछड़ न जाए, इसलिए सभी शिव भक्तों को ड्रेस कोड भी उपलब्ध कराया जाएगा. लगातार पांच वर्षों से यात्रा में शामिल हो रहे लोगों को पंजीयन में पहले प्राथमिकता दी जाएगी. विकास सिंह ने कहा 29 जुलाई सावन के दूसरे सोमवार के दिन सुल्तानगंज के उत्तर वाहिनी गंगा से जलभर कर सभी कांवरिया पैदल बाबा नगरी के लिए प्रस्थान करेंगे. सप्ताह भर चलने वाले इस यात्रा में कांवरियों के लिए सभी धर्मशालाएं और ठिकाने आरक्षित कर लिए गए हैं.
कांवरियों का पहला पड़ाव असरगंज के शिकारी धर्मशाला में होगा. दूसरे दिन दोपहर को कुमारसार नदी के पास बने स्थानीय मुखिया जी के शिविर में रात्रि के समय जलेबियां पहाड़ के अन्नपूर्णा धर्मशाला में कांवरिया विश्राम करेंगे. तीसरे दिन दोपहर को सुइयां पहाड़ स्तिथ बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के भवन में एवं रात्रि के समय अबरखिया में स्वर्गीय शंकर लाल बंका धर्मशाला में शिव भक्त विश्राम करेंगे.
चौथे दिन ईनारावरण के भूतनाथ धर्मशाला में दोपहर का ठहराव होगा एवं रात्रि के समय शिव भक्त गोरियारी नदी पार रात्रि विश्राम करेंगे. शनिवार के दिन सभी कांवरिया देवघर पहुंचकर बाबा बैधनाथ को जलार्पणकर रात्रि विश्राम देवघर में ही स्थित मारवाड़ी कांवरिया संघ में करेंगे. देवघर विश्राम के बाद सभी लोग वाहन से बाबा बासुकीनाथ धाम जाकर पूजा अर्चना कर जमशेदपुर लौटेंगे.
यात्रा में शामिल होने वाले लोगों को ड्रेस कोड, बस,भोजन, धर्मशाला एवं स्वास्थ्य की सुविधा निःशुल्क रहेगी. सभी पड़ाव में उम्दा कलाकारों के द्वारा भजन के साथ-साथ बाबा बैधनाथ की कथा का जीवंत झांकी प्रस्तुत किया जाएगा, जिसे प्रस्तुत करने हेतु कलाकार मध्य प्रदेश के रीवा से सुल्तानगंज आकर बेड़े में शामिल होंगे. भोजन व्यवस्था हेतु कारीगरों का दो दल एवं डेढ़ सौ की संख्या में सेवा कार्य में लगने वाले कामगार रेल सेवा से सुल्तानगंज प्रस्थान करेंगे. बेड़े में डॉक्टर, नर्स के साथ-साथ सभी प्रकार की दवाइयां एवं एंबुलेंस भी शामिल रहेंगे.
प्रत्येक पड़ाव में पैदल चलने वाले लोगों का स्वास्थ्य जांच किया जाएगा एवं जरूरत के हिसाब से उन्हें दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी. कांवरिया एक दूसरे से बिछड़ नहीं पाएं, सही पड़ाव में पहुंच जाएं इसलिए पूरे कांवरिया पथ में रेडियम लगे संघ के ड्रेस कोड पहने साईकिल सवार साईकिल से भ्रमण करते रहेंगे. व्यवस्थापकों को एक छोर से दूसरे छोर तक आपस में संपर्क बनाएं रखने के लिए वाकी टाकी की व्यवस्था की गई है. कुल 18 कोच बस, दर्जनों छोटी गाड़ी एवं रेल सेवा से लोग जमशेदपुर से सुल्तानगंज प्रस्थान करेंगे.
पंजीयन हेतु संपर्क करें
मानगो एवं साकची- किशोर वर्मन – 8540986994
कदमा, – अरविंद महतो- 8210320937
सोनारी – रविशंकर सिंह – 8210213041,
विस्टुपुर – संजय मुखी – 8210629047
ये थे उपस्थित
संवाददाता सम्मेलन में मुख्य रूप से विकास सिंह, किशोर बर्मन, अरविंद महतो, प्रोफेसर यूपी सिंह, रविशंकर सिंह, दुर्गा चरण मिश्रा, पंकज गुप्ता, हेमंत सिंह, जगदीश तिवारी ,संतोष चौहान, सुशील शर्मा, संजय मुखी, उपेंद्र शर्मा, संदीप शर्मा, अजय लोहार राम सिंह कुशवाहा मुख्य रूप से उपस्थित थे.