फ़तेह लाइव, रिपोर्ट
शुक्रवार को समस्त दुनिया के साथ ही शहर में प्रभु यीशु के विश्वासियों ने गुड फ्राइडे मनाया। रोमन कैथोलिक, बैपटिस्ट, जीईएल, सीएनआई कलीसिया में विश्वासी बड़ी संख्या में पहुंचे और वहां उन्होंने क्रूस तथा क्रूस मार्ग की आराधना की। लोयोला स्कूल चर्च में भी क्रूस तथा क्रूस मार्ग की आराधना, प्रभु यीशु के दुख भोग, मिस्सा बलिदान हुआ। यहां प्रार्थना के उपरांत परिसर में प्रभु यीशु के 14 क्रूस मार्ग की आराधना हुई। चर्च में प्रभु यीशु की गिरफ्तारी एवं कर उस की सजा देने की घटना को याद किया और लोगों की आंखें नम हो गई। क्रूस आराधना में लोगों ने क्रूस को चूम चूम कर अपनी द्रवित आंखों से अपनी भावना को दर्शाया।
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बाइबल से (मैथ्यू, मार्क, ल्यूक और जॉन) दिए गए उन अंशों को पढ़ा गया जो यीशु के अंतिम दिनों, उनके दुख और क्रूस पर चढ़ने के वृतांत रहे। यहां दुनिया भर के चर्च, पोप, पुरोहितों, विश्वासियों, अविश्वासियों, नास्तिक तथा राष्ट्र अध्यक्ष और जरूरतमंद रोगियों के चंगाई की प्रार्थना की गई। पुरोहितों ने अपने कथन में कहा कि पुण्य शुक्रवार प्रभु यीशु मसीह के मानव जाति के लिए किए गए अंतिम बलिदान को याद करने का दिन है. यीशु ने हमारे पापों के प्रायश्चित के लिए क्रूस पर अपनी जान दी थी. यह मानव जाति के लिए उनके असीम प्रेम, करुणा और क्षमा का प्रतीक है.
हमारे लिए अपने पापों पर पश्चाताप करने और ईश्वर से क्षमा मांगने का दिन है. भले ही यह शोक का दिन है, लेकिन यह ईस्टर संडे की उम्मीद की ओर भी इशारा करता है. यीशु का मृतकों में से जी उठना, जो पाप और मृत्यु पर विजय का प्रतीक है और ईस्टर में मिलने वाली आशा की तैयारी करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. लोयोला स्कूल चर्च में फादर ज्योति, फादर के एम जोसफ, फादर विक्टर मिस्किथ, फादर माइकल, फादर जोसफ एंटोनी , फादर कुरुविला आदि योजक की भूमिका में थे।