फतेह लाइव, रिपोर्टर.
नामदाबस्ती गुरुद्वारा में होने वाले प्रधान पद के चुनाव की सरगर्मी तेज होते जा रही है. यहां चुनाव की घोषणा हो चुकी है. इसी बीच विपक्ष के लोगों ने बुधवार को चुनाव प्रक्रिया को गलत बताते हुए विरोध शुरु कर दिया है. प्रधान महेंद्र सिंह की कार्यकारिणी में कोषाध्यक्ष रहे अवतार सिंह, गुलशन सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेस कॉल की. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि जो प्रक्रिया चुनाव को लेकर शुरु की गई है, वह गलत है. इसमें नियमों की अनदेखी की गई है.
सबसे पहले चाहिए था कि प्रधान महेंद्र सिंह को आमसभा बुलाकर कमेटी भंग करनी चाहिए थे. उसके बाद चुनाव कमेटी बनाई जाती. वोटरलिस्ट बनाने की प्रक्रिया को भी सही हीं अपनाया गया. आठ घंटे में वोटरलिस्ट बनाकर टांग दी गई. उसमें भी कई त्रुटियां हैं. दूसरों गुरुद्वारों में जैसा होता रहा है एक से दो महीने पहले वोटर लिस्ट की त्रुटियों को दूर किया जाता है. यहां भी वैसा होना चाहिए था. गुलशन सिंह ने बताया कि वह उनकी कार्यकारिणी में शामिल थे, लेकिन अब उनसे अलग हो गए हैं. उनके कार्यकाल में केवल गलत हो रहा था. वह गुरुवार को सीजीपीसी में इसका विरोध करेंगे. उन्होंने बताया कि इस चुनाव में मैं और अवतार सिंह प्रधान पद के दावेदार हैं. चुनावी प्रक्रिया को सही ढंग से लागू किया जाना चाहिए. वह भी चुनाव चाहते हैं. प्रधान महेंद्र सिंह 12 सालों से गुरुद्वारा में कब्जा करके रखे हैं. उन्हें हिसाब किताब संगत को देना चाहिए.
दूसरी ओर, इस मामले में प्रधान महेंद्र सिंह से उनका पक्ष जाना गया. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया है. उन्होंने कहा कि पहली बात तो उनका कार्यकाल 12 सालों का नहीं है. नौ साल का है. यह उन्हें जानकारी होनी चाहिए. दूसरा कि उन्होंने छह साल का हिसाब किताब संगत को दे दिया है. तीन साल का हिसाब भी संगत के समक्ष सार्वजनिक है, जिसे देखना है गुरुद्वारा में आकर देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह अब प्रधान पद के उम्मीदवार नहीं हैं. उनकी देखरेख में ही चुनाव होना है, जिसकी जानकारी वह सीजीपीसी को दे चुके हैं. सीजीपीसी ने भी कहा है कि चुनाव प्रक्रिया शुरू करें. मतदान के दिन सीजीपीसी की देखरेख में चुनाव होगा. महेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधान पद के लिए जो शर्तें रखी गई वह साफ करना चाहेंगे कि अमृतधारी ही प्रधान पद का चुनाव लड़ सकता है. इधर, आपको बता दें कि मौजूदा खेमे से दमदार दावेदार के रूप में जत्थेदार ज्ञानी दलजीत सिंह प्रधान पद की दौड़ में हैं. संगत को उनका आपार समर्थन मिल रहा है. विरोधी उन्हें मिल रहे समर्थन से पहले ही चारों खाने चित हो चुके हैं, जिसके लिए यह झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं और संगत को गुमराह किया जा रहा है.