हथकड़ी और रस्सी भी बरामद, 18 लाख गबन और बच्ची के अपहरण का था आरोप, परसुडीह थाना के दो कर्मियों पर हुई थी कार्रवाई
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के परसुडीह थाना की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सितम्बर में दर्ज बच्ची के अपहरण और गबन के मामले में पति और पत्नी को जेल भेजने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने राहरगोड़ा संत जेवियर स्कूल के पास रहने वाले पति सुरेश उर्फ एंड्रयु जेम्स और उसकी पत्नी सरिता जेम्स उर्फ सरिता बरवा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार राहरगोड़ा निवासी विजय खलखो, स्थाई पता ग्राम डिंबा थाना लापुंग रांची ने परसुडीह थाना में अपनी बच्ची के अपहरण करने और गबन का आरोप लगाते हुए एक मामला गत 3 सितम्बर को 2025 को दर्ज कराया था. उस मामले में कार्रवाई करते हुए परसुडीह थाना पुलिस ने आरोपी पति सुरेशको हिमाचल से धर दबोचा था. हिमाचल से उसे लाने के दौरान सुरेश 23 सितम्बर की मध्य रात्रि तेलो स्टेशन में चलती ट्रेन से हथ कड़ी और रस्से समेत भाग गया था.
इस मामले में धनबाद के चंद्रपुरा रेल थाना में अवर निरीक्षक अरविंद कुमार के बयान पर एक और मामला दर्ज किया गया. इसके बाद परसुडीह पुलिस लगतार मामले के आरोपियों और बच्ची की बरामदगी करने के लिए तत्पर थी. अंततः एक दिसंबर को परसुडीह पुलिस को सूचना मिली की दोनों आरोपी पति-पत्नी आगरा कैंट (उत्तर प्रदेश) रेल थाना में पकड़े गए हैं. सूचना पाकर परसुडीह थाना की पुलिस आगरा कैंट रेल थाना पहुंची और दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर शहर लाया गया.
जहां 4 दिसंबर गुरुवार को दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. आरोपी सुरेश कर्नाटक बंगलुरु का जबकि उसकी पत्नी सरिता हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की रहने वाली है. पुलिस ने हथकड़ी और रस्से को भी बरामद कर लिया है. गठित टीम में थाना प्रभारी अविनाश कुमार, एसआई संदीप कुमार सिंह, हवलदार संजय राम, सुखदेव भगत, आरक्षी जोरोम टोपनो और महिला आरक्षी सुनीता आईनद शामिल थे. थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी स्थानीय मिशनरी संस्था से जुड़े थे. उसने विभिन्न लोगों को 18 लाख का चूना भी लगाया था.
पीड़ित की पत्नी नहीं है. उसकी बच्ची को वही पढ़ाते थे. जब आरोपी लोगों से ठगी कर चुका था तो वह उस बच्ची को भी साथ हिमाचल लेकर चला गया, जिसके बाद पिता ने मामला दर्ज कराया था. मालूम हो कि पुलिस पकड़ से आरोपी के भाग जाने के इस मामले में थाना के दो कर्मचारियों पर वरीय अधिकारियों ने लापरवाही के आरोप में कार्रवाई भी की थी.


