एक देसी कट्टा, दो जिंदा गोली, चार कार, 55 पेटी शराब, आठ मोबाइल फोन और ताला तोड़ने औजार बरामद
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पुलिस ने शहर व आस-पास के क्षेत्रों के शराब दुकानों में लगातार हो रहे चोरी और लूट का खुलासा कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में जुगसलाई गौरीशंकर रोड निवासी मो. राजू उर्फ विजय मुंडा, सिदगोड़ा बागुनहातू निवासी दिलीप कालिंदी, जुगसलाई निवासी मो. अफजल, बारीडीह निवासी अंकित करण, गम्हरिया निवासी लालटू गोराई, खिरोद गोराई, साकची निवासी राजा सिंह उर्फ कोदु सरकार उर्फ कद्दू और गोलमुरी निवासी साबा सिंह उर्फ लड्डू सिंह शामिल है. आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, दो जिंदा गोली, घटना में इस्तेमाल की गई चार कार, 55 पेटी शराब, आठ मोबाइल फोन और ताला तोड़ने के लिए इस्तेमाल करने वाला औजार बरामद किया है.
एसआईटी ने एक साथ 20 मामलों का खुलासा
गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी से एक साथ 20 मामलों का उद्भेदन हुआ है. उन्होंने बताया कि शहर की शराब दुकानों में हो रही चोरी के उद्भेदन के लिए पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था. मंगलवार को सूचना मिली कि एक कार में कुछ अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इसके बाद पुलिस ने गालूडीह के सालबनी मोड़ के पास जांच अभियान चलाया गया. मौके पर पुलिस ने अफजल, मो. राजू, दिलीप और अंकित को पकड़ लिया जबकि अन्य अपराधी मौके से फरार हो गए. हालांकि पुलिस ने अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया.
घाटशिला में डकैती की घटना को अंजाम देने जा रहे थे सभी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सभी घाटशिला में एक डकैती की घटना को अंजाम देने जा रहे थे. आरोपियों ने बताया कि जिले के कदमा, सोनारी, टेल्को, बिष्टुपुर, साकची, सिदगोड़ा, घाटशिला, मउभंडार, सीतारामडेरा, गोविंदपुर, बिरसानगर, मानगो, एमजीएम समेत सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर, गम्हरिया, चांडिल समेत चाईबासा और चक्रधरपुर के अलावा ओड़िशा में भी लूट और चोरी की घटना को अंजाम दे चुके है. इसमें मो राजू और दिलीप कालिंदी मुख्य भूमिका में रहते है जबकि अन्य लोग घटना को अंजाम देने में साथ रहते है. सभी ने पहले शराब दुकानों को निशाना बनाना शुरु किया और फिर धीरे-धीरे लूट और छिनतई भी करने लगे. उन्होंने बताया कि तार कंपनी के अधिकारी के घर भी इन्हीं लोगों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था.
दिलीप करता था अवैध शराब का कारोबार
दिलीप कालिंदी ईचागढ़ में अवैध शराब का कारोबार करता था. उसकी मुलाकात मो राजू से हुई. दोनों ने मिलकर मार्च माह में मानगो और साकची में शराब दुकान में चोरी की. चोरी की शराब को गम्हरिया निवासी लालटू गोराई और खिरोद गोराई को बेचते थे जबकि पैसों को आपस में बांट लेते थे. घटना को अंजाम देने के लिए ऐसी शराब दुकान को चुना जाता था जिसमें गार्ड मौजूद नहीं होते थे. इसके लिए अंकित को चुना गया था. अंकित ऐसी शराब दुकानों की रेकी करता था. इसके बाद सभी मिलकर रात को चोरी की कार से घटना को अंजाम देने के लिए निकलते थे. कार का नंबर प्लेट बदल दिया जाता था. 1 जूलाई की रात सभी चोरी के उद्देश्य से घूम रहे थे पर किसी घटना को अंजाम नहीं दे पाए. अंत में तार कंपनी के पास डीजीएम के घर लूट की और फिर कदमा में शराब दुकान को निशाना बनाया.
घटना स्थल से उठा ले जाते थे खोखा, नहीं करते थे मोबाइल का इस्तेमाल
आरोपियों ने बताया कि वे लोग घटना स्थल में फायरिंग करने के बाद खोखा उठाकर अपने साथ ले जाते थे. इसके अलावा सीसीटीवी का डीवीआर भी ले जाते थे. घटना को अंजाम देने के पहले अपने-अपने मोबाइल भी बंद कर देते थे. ताकि पुलिस लोकेशन के आधार पर नहीं पकड़ पाए. आरोपियों की गिरफ्तारी से घर के शराब दुकानों में चोरी का उद्भेदन हुआ है. पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.