फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पुत्रुरू टोल प्लाजा के लिए अधिग्रहण की गई जमीन दिन-ब-दिन विवादों में घिरती हुई नजर आ रही हैं. जिससे यह साबित होता है टोल प्लाजा के लिए जमीन गलत तरीके से लिया गया है. पहला मामला घाटशिला विधानसभा 5th शेड्यूल एरिया से आता है कि बिना ग्रामसभा के कोई भी कार्य करना संभव नहीं है, जिसका पालन नहीं किया गया. ग्रामीणों द्वारा ग्राम सभा को स्थगित किया गया था. फिर भी मनमर्जी तरीके से अधिग्रहण की प्रक्रिया को जारी रखा गया। जिसमें आज फिर से जिला परिषद एवं पंचायत राज समिति के सभापति ने विधानसभा में बैठक कर इस मामले में उचित कदम उठाने की पहल की है.
इसे लेकर संयुक्त सचिव मिथिलेश मिश्रा, राजस्व विभाग, एनएचएआई के अधिकारी, जिला प्रशासन की तरफ से एडीसी जयदीप तिग्गा बैठक में मौजूद थे. बैठक में समिति की जांच पड़ताल में बहुत सारी त्रुटियां पाई गई जिन पर 15 दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया. संयुक्त सचिव और सभापति द्वारा कहा गया कि किसी भी तरह से ग्रामीणों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे. इसमें जो भी अधिकारी दोषी होगा. उन पर बहुत जल्दी करवाई किया जाएगा. सभापति ने कहा एनएचएआई टोल प्लाजा के नाम से जमीन लेकर उस जमीन को व्यवसायिक उपयोग में ले रही है, क्या यह जनता के हित में है? कुछ रही है तो उसको भूमिहीन करके उसका झारखंड का नागरिकता को छीनने का काम किया जा रहा है क्या यह उचित है ? क्या इससे झारखंड का आदिवासी समुदाय और आगे बढ़ पाएगा. क्या इसी दिन के लिए आदिवासी समाज के पूर्वजों ने जमीनों को बचा कर रखा था कि आने वाले दिनों में एनएचएआई को ओने पौने दाम में जमीन दे दिया जाए.
झारखंड एक आदिवासी राज्य है जिसमें अति पिछड़ा आदिवासी और सबर से लेकर निम्न कोटि के परिवार रहते हैं, जो किसी तरह से अपना गुजारा करते हैं. उस पर भी अगर एनएचएआई इस तरह का तानाशाही करेगा तो झारखंड सरकार चुप नहीं बैठेगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरकार होते हुए अगर आदिवासियों का शोषण होगा तो किसी भी हालत में झारखंड सरकार यह होने नहीं देगा. सभी विभागों को 15 दिनों का समय दिया गया है. आने वाले 15 दिन बाद समिति अपना अंतिम फैसला देगी और फैसला न्याय संगत ही होगा.
आज के बैठक में सभापति रामदास सोरेन, पंचायती राज एवं जिला परिषद समिति के सदस्य समीर महंती, संयुक्त सचिव मिथिलेश मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष बाघराय मारडी, प्रखंड अध्यक्ष घाटशिला वकील हेमरम, रैयत प्रतिनिधि चंदन कुमार मौजूद थे.