फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर रंभा शैक्षणिक संस्थान समूह के नर्सिंग, बी एड ,डीएलएड, एएनएम, जीएनएम और फार्मेसी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आज एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। संविधान के मुख्य अतिथि रहे सदर अस्पताल के काउंसलर रामचंद्र सिंह और सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कोल्हान विश्वविद्यालय के बाॅटोनी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर और एन एस एस कोऑर्डिनेटर डॉक्टर दारा सिंह गुप्ता। अतिथि के रूप में चांडिल आई सी टी सी के लैब टैक्नीशियन देव कुमार महतो , एड्स विभाग के प्रोग्राम मैनेजर जीतेन्द्र कुमार चौधरी भी उपस्थित रहे।
सब अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। काॅलेज के सचिव गौरव बचन ने सभी अतिथियों को पौधा , उत्तरीय और प्रतीक चिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया। वक्तव्य देते हुए चेयरमैन रामबचन जी ने कहा कि रंभा शैक्षणिक संस्थान समूह सदैव सामाजिक जागरूकता वाले कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है।
नर्सिंग की छात्रा कुष्मांडी ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि डॉक्टर रामचंद्र सिंह ने इस वर्ष की थीम “टेक द राइट पाथ: माई हेल्थ माई राईट ” को अनफोल्ड किया। इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि एड्स को लेकर आज भी बहुत सारी भ्रांतियां हैं। जागरूकता से ही इस रोग से लड़ा जा सकता है।
सम्मानित अतिथि डॉक्टर दारा सिंह गुप्ता ने अपने वक्तव्य में डाटा बताते हुए कहा कि एड्स के कारण और उपचार संबंधी जानकारी का प्रचार – प्रसार करना बहुत आवश्यक है।
बी एड विभाग की प्रिंसिपल डॉक्टर कल्याणी कबीर ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति समाज की शक्ति होता है जबकि अस्वस्थ व्यक्ति जवाबदेही। हर छात्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे और दूसरों को भी जागरूक करे।
चांडिल के आई सी टी सी के लैब टैक्नीशियन देव कुमार महतो ने एड्स एच आई वी जांच की प्रक्रिया को समझाया।
प्रोग्राम मैनेजर जीतेन्द्र कुमार चौधरी ने भी विद्यार्थियों को सजग और संस्कारित जीवन जीने का संदेश दिया।
बी एड के विद्यार्थियों ने रोल प्ले का मंचन करके एड्स के कारण और बचाव पर प्रकाश डाला। बी एस सी नर्सिंग के विद्यार्थियों ने ” ब्रेकिंग द स्टिगमा ” प्ले का बहुत ही रोचक और प्रभावशाली मंचन किया। सेमिनार का संचालन किया असिस्टेंट प्रोफेसर ऐश्वर्य कर्मकार ने और धन्यवाद ज्ञापन किया असिस्टेंट प्रोफेसर रिसाली ने।
सभी अतिथियों और उपस्थित व्याख्याताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस राष्ट्रीय सेमिनार को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर रिसाली, असिस्टेंट प्रोफेसर मोनीषा संत्रा, लेक्चरर नमानी, लेक्चरर बसंती तियु, डाॅ भूपेश चंद, डॉक्टर सतीश चंद्र, डाॅ सुमन लता, दीपिका, डाॅ गंगा भोला, डाॅ दिनेश इत्यादि सभी व्याख्यातागणों की प्रशंसनीय भूमिका रही।