फतेह लाइव, रिपोर्टर.
आरआईई भुवनेश्वर में 18 से 22 दिसंबर तक पांच दिवसीय निष्ठा सामान और समावेशी शिक्षा क्षमता निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत आरआईई के प्राचार्य ने सभी विभाग प्रमुख, समन्वयक एवं कंसल्टेंट के साथ की. जहां शिक्षा मंत्रालय का संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण 18 दिसंबर को शुरू हुआ. इस प्रशिक्षण में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DOSEL) निष्ठा कार्यक्रम के रूप में समावेशी शिक्षा में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
प्राचार्य ने बताया कि भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) द्वारा समावेशी शिक्षा में शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण एनसीईआरटी के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें की एनसीईआरटी ने स्टेट को पत्र भेजा था, जिसमें की मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय पूर्वी सिंहभूम बीपीएम बर्मामाइन्स से रिंटू भगत और उत्क्रमित मध्य विद्यालय महेशपुर घोड़ाबांदा से गंगाघर महतो का नाम आया था. यह दोनों शिक्षक पूर्वी सिंहभूम से सिलेक्टेड हुए थे।
प्राचार्य ने सभी मास्टर ट्रेनर को उत्साहित करते हुए कहा की वे अपने-अपने राज्यों में इसे बेहतरीन रूप से साकर करें। यह भी निर्देश दिया गया की जितनी शिक्षा का अधिकार सभी बच्चे को होता है. उतना ही अधिकार एक विकलांग बच्चे को भी होता है. इसको भी ध्यान में रखते हुए विकलांग बच्चों को भी उतना ही शिक्षा का अधिकार अवश्य देते रहें और उनका मान सम्मान और मनोबल भी बढ़ाते रहे.