- प्रधान निशात सिंह ने विपक्ष के आरोपों पर दी सफाई, कहा- सेवादारों की आवश्यकता है राजनीति के लिए नहीं
फतेह लाइव, रिपोर्टर


साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा है कि धार्मिक स्थल जैसे गुरुद्वारा में राजनीति का कोई स्थान नहीं होना चाहिए. गुरुद्वारा के प्रधान निशात सिंह ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि गुरु के घर में सेवादारों की आवश्यकता होती है, न कि राजनीति के लिए कोई मंच. हाल ही में विपक्ष द्वारा प्रबंधक कमिटी पर घोटाले और मनमानी के आरोप लगाए गए थे, जिन्हें कमिटी ने पूरी तरह से नकार दिया. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों में राजनीति को प्रवेश नहीं करना चाहिए और उनकी पूरी कोशिश रही है कि उन्होंने गुरुद्वारा के कार्यों को पूरी ईमानदारी से चलाया है.
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साकची गुरुद्वारा के कार्यों को पूरी ईमानदारी से किया गया, आरोपों का किया खंडन
गुरुद्वारा के प्रधान निशात सिंह ने आगे कहा कि विपक्ष द्वारा सोलर पैनल सिस्टम में घोटाले का आरोप लगाया गया है, जो पूरी तरह निराधार है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सब्सिडी योजना के तहत नहीं आता, क्योंकि सरकार केवल डोमेस्टिक सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी देती है, न कि कमर्शियल सोलर सिस्टम के लिए. कमिटी ने सभी कागजात और दस्तावेज़ पहले ही सार्वजनिक कर दिए थे. उन्होंने यह भी बताया कि यह सोलर प्रोजेक्ट विपक्ष की सहमति से ही शुरू किया गया था और उसके सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं. साथ ही, वे यह भी कहते हैं कि वर्तमान कमिटी का कार्यकाल आगामी जून तक है, और उनका उद्देश्य संगत की सेवा करना है, न कि राजनीति करना.
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गुरुद्वारा में लगे सोलर पैनल सिस्टम पर पूरी तरह से पारदर्शिता बरती गई
निशात सिंह ने कहा कि कमिटी ने अपनी कार्यकाल में संगत से किए गए वादों को पूरा करने का भरपूर प्रयास किया है और गुरुद्वारे के सभी अधूरे कार्यों को लगभग पूरा किया गया है. उन्होंने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी बैसाखी के बाद संगत को लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जाएगा और जो भी निर्णय आम सभा में होगा, उसी के अनुसार कमिटी कार्य करेगी. उनका कहना था कि विपक्ष जबरन चुनाव करवाने का दबाव बना रही है, जबकि कमिटी का कार्यकाल आगामी जून तक है.