फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सिख समुदाय में गुरुओं और सिख शहीदों की विरासत को जागृत करने के उद्देश्य से पटना साहेब से निकलकर शहीदी जागृति यात्रा गुरुवार की सुबह साकची गुरुद्वारा साहेब पहुंची थी. यहां संगत पालकी साहेब के दर्शनों को लेकर खड़ी थी. इसी बीच यहां साकची गुरुद्वारा साहेब में पालकी साहेब को आगे बढ़ाने की कोशिश की गई. इससे पालकी साहेब वाली बस तकनीकी रूप से खराब हो गई, जिससे वहां साकची की संगत और सीजीपीसी के बीच जोरदार तनाव हो गया. धक्का मुक्की में मानगो के युवक की पगड़ी खुल गई.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीजीपीसी प्रधान पालकी साहेब को खुद आगे बढ़ाने लगे, जिसके बाद यह नौबत आई. साकची के प्रधान निशान सिंह ने इसे भगवान की कृपा बताया. उन्होंने कहा कि पांच प्यारे जब लंगर ग्रहण कर रहे थे. तख़्त पटना साहेब के महासचिव इंद्रजीत सिंह भी वहां मौजूद थे, तो बस को वहां से क्यों बढ़ाना पड़ा. खैर बस खराब होने से चार पांच घंटे पालकी साहेब साकची गुरुद्वारा में रुकी रही, जबकि आधा घंटे का यहां ठहराव तय था.
इस बीच सीजपीसी और साकची की संगत में हंगामे की सूचना पर साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा को मोर्चा संभालना पड़ा. मामले को रफा दफा किया गया, लेकिन हकीकत यह है कि इस घटना की चर्चा शहर में जोर शोर से चल रही है. सिख समाज को खासकर युवा पीढ़ी को विरासत से जोड़ने के लिए जो प्रबंध जागृति यात्रा को निकालकर किये गए थे. शहर में सिखों की गुटबाजी को संगत के बीच जागृत कर दिया है. इस बाबत सीजीपीसी का पक्ष लेने के लिए भगवान सिंह और शैलेन्द्र सिंह को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.