- आयुष्मान घोटाले में ईडी की छापेमारी पर सरयू राय की प्रतिक्रिया
फतेह लाइव रिपोर्टर


जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि आयुष्मान घोटाले को लेकर झारखंड में करीब डेढ़ दर्जन स्थानों पर ईडी ने छापामारी की है. यह कोई अचानक की गई घटना नहीं है, बल्कि लंबे समय से वे इसकी प्रतीक्षा कर रहे थे. राय ने कहा कि छापामारी से संतोष हुआ है, लेकिन ईडी को स्वास्थ्य विभाग में घोटाले के गहराई तक जाकर जांच करनी चाहिए. उनका मानना है कि यदि ईडी पांच वर्षों के दौरान स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटालों की जांच नहीं करेगी, तो यह एक बड़ा मुद्दा नहीं बनेगा.
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स्वास्थ्य विभाग में घोटाले के सिंडिकेट पर सरयू राय का आरोप
सरयू राय ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में स्वास्थ्य विभाग में घोटालेबाजों का एक सिंडिकेट बना है, जिसमें मंत्री, उनके सचिव, स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारी, जमशेदपुर के बिजनेसमैन और कुछ डॉक्टर शामिल हैं. उन्होंने कहा कि छापामारी में सबसे चौंकाने वाली बात पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओम प्रकाश सिंह के निवास पर छापामारी थी. राय के अनुसार, ओम प्रकाश सिंह का स्वास्थ्य विभाग में अनाधिकृत आदेश चल रहा था और उन्होंने एक गैंग बना लिया था.
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राय ने कहा, घोटाले पर विधानसभा में उठाए गए मुद्दों को नजरअंदाज किया गया
राय ने बताया कि उन्होंने कई बार विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग की गड़बड़ियों को उठाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी, लेकिन वह भी नहीं मिली. इसके अलावा, उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, जिसमें ओम प्रकाश सिंह गवाह थे. राय ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग ने रांची पुलिस पर दबाव डाला ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके.
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झूठे मुकदमों और दबाव के खिलाफ राय की खुली लड़ाई
राय ने कहा कि कोरोना काल से ही आयुष्मान घोटाले की चर्चाएं चल रही थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अस्पतालों में फर्जी मरीजों के नाम पर पैसे की उगाही हो रही है. झारखंड आरोग्य सोसाइटी और दवा-उपकरण खरीद कार्पोरेशन भी इसमें शामिल हैं. राय ने कहा कि ईडी और सीबीआई को इसे गंभीरता से जांचना चाहिए, और अब तक की छापामारी इसका पहला कदम है.