समय रहते मुझे तत्काल सुरक्षा प्रदान की जाये : शैलेन्द्र सिंह

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

जमशेदपुर में सिख समाज के बीच जारी खिंचतान एक बार फिर पुलिस के पास पहुंची है. जुगसलाई निवासी सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने एसएसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है. उन्होंने बताया कि उन्हें सीजीपीसी के पूर्व प्रधान गुरमुख सिंह मुखे से जान को खतरा है. इस मामले में गुरमुख सिंह मुखे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरदार शैलेन्द्र सिंह मुझे बदनाम करके केवल और केवल अंगरक्षक लेने के लिए साजिश रच रहे हैं, ताकि किसी तरह उन्हें अंगरक्षक मिल जाये और उनका स्टेटस बना रहे. वह पुलिस को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. बहरहाल, इस गर्मागर्म मुद्दे पर दोनों पक्ष का क्या कहना है उसे नीचे विस्तार से पढ़िए.

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सरदार शैलेन्द्र सिंह ने एसएसपी को क्या लिखा पत्र, पढ़ें हू-ब-हू

मैं सरदार शैलेंद्र सिंह जुगसलाई थाना क्षेत्र सफीगंज मोहल्ला का रहने वाला हूं एवं वर्तमान में झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रधान एवं सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चेयरमैन तख्त श्री हरि मंदिर जी पटना साहिब कंस्ट्रक्शन कमेटी का को-ऑर्डिनेटर एवं बांग्लादेश गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (ढाका) का पदाधिकारी एवं अन्य सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों का प्रमुख हूं.

मुझे सिख समाज की कई जटिल समस्याओं के निराकरण के लिए झारखंड के सभी जिलों एवं संवेदनशील जिलों में आए दिन जाना पड़ता है. महीने में एक दो बार पटना साहिब भी जाना पड़ता है. मेरे द्वारा जनहित में किए गए कार्यों एवं धार्मिक फसलों से बहुत से लोग प्रभावित होते हैं. इसके लिए हमेशा जान माल का खतरा बना रहता है एवं कई बार संबंधित लोगों ने जान मारने की धमकियां भी दी है.

मैं आपको यह बताना जरूरी समझता हूं की कुख्यात अपराधकर्मी गुरमुख सिंह मुखे जिन पर 14 केस दर्ज है, जिसमें में अलग-अलग चार लोगों की हत्या करने एवं मानगो थाना क्षेत्र में दंगा करवाने एवं कई अन्य संगीन केस दर्ज हैं. वर्तमान में वह सिख समाज पर दबाव बनाने के लिए जान से मारने की धमकियां देता रहता है. चार दिन पूर्व हरविंदर सिंह मंटू की माता जी की स्मृति में रखे कार्यक्रम में गुरमुख सिंह मुखै ने मुझे धक्का मार कर गिराने का प्रयास किया, जो जग जाहिर है. समाचार पत्रों में भी निकला है. अब तो रोजाना जान से मारने की धमकियां दे रहा है.

इसके अलावा गुरमुख सिंह जब जेल में बंद था. उस वक्त जेल के अंदर से शूटरों द्वारा मेरी हत्या करने की साजिश की गई थी, जिसकी जानकारी मुझे मिलने पर मैंने तत्काल जुगसलाई थाना S D E NO -26/23 दिनांक 15/05/2023 को दी है, जिसकी फोटो कॉपी साथ में संलग्न है. मेरे पास लॉकडाउन के पूर्व प्रशासन द्वारा अंगरक्षक प्रदान किया गया था.

श्रीमान से आग्रह है कि उपरोक्त विषय पर उचित कार्रवाई कर मेरी सुरक्षा हेतु मुझे तत्काल सरकारी अंगरक्षक प्रयुक्त करवाने की कृपा करें, ताकि मैं अपने दायित्वों का पालन सही ढंग से कर सकूं. इसके लिए मैं सदैव आपका अभारी रहूंगा.

झारखंड सिख समन्वय समिति के साथ एसएसपी को मिलकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करूंगा – मुखे

इधर, उनके ऊपर लगाए गए आरोपों के बारे गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि 2015 में मानगो थाना में दर्ज दंगा मामला का केस जग जाहिर है और न्यायलय में लंबित है. 2017-18 में मानगो गुरुद्वारा चुनाव को लेकर उनपर केस हुए थे. एक हत्या का मामला 2003 का था. उसमें न्यायलय से बरी हूं. एक केस उलीडीह थाना में है, जिसमें सरदार शैलेन्द्र ससिंह और भगवान सिंह केस पार्टनर हैं. कदमा की महिला वाला केस भी साजिश के तहत सीजीपीसी की कुर्सी कब्जा करने को लेकर किया गया है. इसमें सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर हूं. सीतारामडेरा में गुरचरण सिंह बिल्ला गोलीकांड में केस जजमेंट मोड़ पर है. सभी मामलों में वह न्यायलय में शामिल होते हैं.

मुखे ने कहा कि 2019 में बिल्ला पर गोली चली थी. 2020 तक शैलेन्द्र सिंह मेरे साथ थे. बाद में उन्होंने सिख समाज की राजनीति में पार्टी बदल ली. उन्होंने कहा कि शैलेन्द्र सिंह की उनसे कोई दुश्मनी नहीं है. झारखंड प्रदेश कमेटी का प्रधान बनाने के लिए भी मैंने मुख्य भूमिका निभाई थी. शैलेन्द्र सिंह पुलिस को गुमराह कर रहे हैं और झूठे आरोप लगाकर वह सनहा दर्ज कराकर अंगरक्षक हासिल करना चाहते हैं, ताकि अंगरक्षक लेकर उनका स्टेटस बना रहे.

मुखे ने कहा कि पटना के चुनाव को लेकर मेरे खिलाफ विपक्षी लोग बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं. मुझे डेमेज करना चाहते हैं. मेरी शैलेन्द्र सिंह से कोई दुश्मनी नहीं है. वह मेरे लिए दूध भात हैं. मुखे को समाज से कट आउट करने की साजिश है.

रही बात मंटू की माता की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में अगर उनके साथ कुछ हुआ था तो उसी वक्त थाना में शिकायत करनी चाहिए थी. मुखे ने कहा कि ये पूरे आरोपों की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर वह झारखंड सिख समन्वय समिति के बैनर तले जल्द ही एसएसपी से मिलेंगे. पूरे मामले की जानकारी उन्हें विस्तार से देंगे, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

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