फतेह लाइव, रिपोर्टर.
कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने केंद्रीय गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के स्वयंभू प्रधान सरदार भगवान सिंह खुद गुंडागर्दी करते हैं और दूसरों पर आरोप लगाते हुए उन्हें जरा भी शर्म नहीं आती है. साकची में निशान सिंह के प्रधान चुने जाने को उन्होंने गुंडागर्दी किए जाने की संज्ञा दी है.
अपना दिन याद करें उनके सामने उनके कार्यालय में मेरे साथ गुंडागर्दी हुई मुझ पर जानलेवा हमला हुआ. गुंडागर्दी करने वालों के साथ वे डटकर खड़े रहे और पूर्व योजना के अनुसार अवतार सिंह सोखी को प्रधान बना दिया, जबकि अकाली दल की धार्मिक परीक्षा में वह असफल हो गया था.
अभी सुखविंदर सिंह राजू प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं? अपना दिन भी वह बारीडीह मामले में भूल गए हैं? मेरा जन्म बारीडीह में हुआ और अभी भी बारीडीह रविदास बस्ती में रहता हूं. इस सुखविंदर सिंह राजू ने गुंडागर्दी दिखाते हुए मेरा नाम वोटर सूची से हटा दिया. क्या मैं गुरु घर का देनदार था या पर स्त्री गमन किया था? उसने चुन चुन कर 10 नंबर बस्ती के वैसे लोगों के नाम मतदाता सूची में जानबूझ कर शामिल किया जो 10 नंबर गुरुद्वारा कमेटी के भी वोटर हैं और वहां के पदाधिकारी हैं.
आज सुखविंदर सिंह राजू की अपनी बारी आई तो प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जबकि वह भगवान सिंह के साथ मिलकर सोची समझी साजिश के तहत साकची की चुनाव प्रक्रिया को बाधित करते रहे. जानबूझ कर स्क्रुटनी प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए हैं और कहानी गढ़ दी कि उन्हें कुछ लोग प्रक्रिया में शामिल होने से रोक रहे हैं? ऐसा कह वह जिले के पुलिस एवं प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं, क्या उनमें इतनी भी समर्थ और ताकत नहीं थी कि जो उन्हें स्क्रुटनी में शामिल होने से रोक रहे थे, उन्हें परे धकेल कर अकाली दल के दफ्तर में प्रवेश कर सके.
क्या उन्होंने इसकी लिखित शिकायत चुनाव समिति के संयोजक अथवा ट्रस्टी से की है कि कौन-कौन व्यक्ति उन्हें रोक रहे थे? कुलविंदर सिंह के अनुसार जिला पुलिस प्रशासन को चाहिए कि सुखविंदर सिंह राजू के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए स्वतः कार्रवाई करें कि जमशेदपुर में कैसे कोई व्यक्ति अथवा समूह गुंडागर्दी कर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर सकता है?