फतेह लाइव, रिपोर्टर.
साकची गुरुद्वारा साहिब में गुरुवार को संगत ने चेत माह की सांग्रद मनाने के साथ-साथ सतनाम-वाहेगुरु का जाप करते हुए नये वर्ष में प्रवेश किया. नानकशाही कैलेंडर के अनुसार चेत महीने की संग्रांद आज 14 मार्च को सिख मर्यादा अनुसार साकची गुरुद्वारा साहिब में नया साल मनाया गया.
कीर्तन दरबार सुबह 10 बजे सजाया गया, जिसमें सुखमनी साहिब किर्तन जत्था ने 10:30 बजे तक तथा सिख स्त्री सत्संग सभा की बीबीयों ने 11:00 बजे तक किर्तन किया. उसके उपरांत हजूरी रागी भाई संदीप सिंह जी ने गुरबाणी किर्तन करके संगत को निहाल किया.
विशेष तौर पर पहुंचे अकाल गुरमत संगीत विद्यालय रिफ्यूजी कालोनी के बच्चों ने सिख इतिहास के बारे मे संगत को अवगत कराया और कीर्तन दरबार को भक्तिरस से सराबोर कर दिया. कार्यक्रम के समापन पर अरदास किया गया और संगत मे अटूट लंगर वरताया गया। इससे पूर्व प्रधान सरदार निशान सिंह ने दर्शन करने आयी संगत को नव वर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए आगामी 13 से 16 अप्रैल को साकची गुरुद्वारा मैदान में होने वाले बैसाखी सभ्याचार मेला में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया.
महासचिव परमजीत सिंह काले ने संगत को आह्वान करते हुए कहा कि बैसाखी मेला विशेष होने वाला है. जहां अमृतसर, पंजाब के कलाकारों की टीम सिख इतिहास पर विशेष प्रस्तुति देने के लिए जमशेदपुर पहुँच रही है। मंच का संचालन सुरजीत सिंह छीते ने किया.