मुखे के समर्थक रहे मंटू, सतनाम गंभीर जैसे नए चेहरे आये सामने, अधिकतर लोग पर्दे के पीछे रहे, प्रदर्शन हुआ, लेकिन बदनाम दिखा समाज
कहानी एक ही है अगला चुनाव समय से हो… कैसे होगी अगली खेला, प्रदर्शन ने दिखाया रंग
Charanjeet Singh.
जमशेदपुर में सिख समाज के लोग आपस में मूंछ की लड़ाई के लिए इन दिनों जद्दोजद में लगे हुए हैं. एक महिला को समय समय पर मोहरा बनाया जा रहा है. नाम उसका देवी है और सिख समाज के लोगों ने उसे कौर सजा दिया, कब कैसे कोई छिपा नहीं है, लेकिन उसके बाद भी कौर की परिभाषा अनुसार उसे सिंहनी नहीं बना पाए और उसने फिर देवी की ख्याति प्राप्त कर सिख नेताओं के चारों खाने चित कर दिए.
अब आलम यह है कि सिख समाज खुद को उस महिला से ही बेगुनाह साबित होने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ गया है. खैर, देवी के तत्कालीन प्रधान गुरमुख सिंह मुखे के सम्बन्ध थे या फिर वर्तमान में आरोपित हुए सीजीपीसी के दो शीर्ष पदाधिकारियों के. या फिर वर्तमान में सीजीपीसी के अहम सलाहकार सुखविंदर सिंह राजू के और फिर साकची के कनवेनर सतिन्दर सिंह रोमी के. यह कहानी जोरों से सिख समाज में चल रही है. सुखविंदर सिंह राजू ने गत साल खुद फतेह लाइव को चैलेंज किया था कि मेरे ऊपर ही उसने केस किया था. मेरा और मेरे पिता का नाम यह है... (नीचे देखें राजू का किया चैलेंज)
फतेह लाइव को भेजा गया राजू का धमकी भरा प्रेम पत्र (11 महीने पुराना, इसकी सर्टिफाई कॉपी भी फतेह लाइव के पास है.)
बहरहाल, यह सवाल लिए सिख संगत ने फतेह लाइव से कई तरह की बातें की. देवी ने जिन नंबरों को लेकर आरोप लगाए हैं, उसकी जांच होनी ही चाहिए, जो न्यायलय से आदेश होना तय है. वहीं आज के प्रदर्शन में शामिल हुई महिलाओं ने उस देवी पर अंदर ही अंदर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जो समाज के प्रबुद्ध लोगों की प्रतिष्ठा का हनन कर रही है, खासकर महिलाओं को कलंकित कर रही है.
भगवान सिंह इस वक्त के अनुसार सिख समाज के मजबूत स्तंभ है. उन्होंने बहुत अच्छे कार्य समाज के लिए किये हैं. उन्होंने आरोप लगने के बाद वीडियो वायरल कर कहा है कि वह पाक साफ है. थोड़ा भी सबूत मिलता है तो वह खुद को गोली मार लेंगे. उन्हें फंसाया जा रहा है. वहीं मुखे भी संगत सर्वोपरि ग्रुप में अपनी बातों को जोरदार तरीके से रख रहे हैं.
चर्चा है कि साकची से उठा विवाद, मुखे का कोई रोल नहीं
इसी बीच यह चर्चा शहर में समाज के बीच हो रही है कि साकची की लड़ाई के बाद यह विवाद उठा है, लेकिन यह कहना कतई उचित नहीं होगा. लेकिन हां यह जरूर सत्य है कि यह पूरा विवाद आगामी आने वाले सीजीपीसी चुनाव की खेला है. संगत सर्वोपरि ग्रुप में भी राजू रोमी के उस महिला से तार जोड़े जा रहे हैं. भगवान और निशान इसके लिए आमने सामने हैं. वहीं अन्य सिख नेता पर्दे के पीछे से लगे हुए हैं. अगली पारी में शैलेन्द्र सिंह इस षड़यंत्र से बाहर रहेंगे या फिर वह अपनी चाणक्य चाल छोडेंगे, यह तो आने वाला समय बताएगा?
प्रदर्शन में इन नेताओं ने दिया ज्ञापन
भगवान और गुरचरण सिंह बिल्ला के समर्थन में एकजुट हुए समाज के लोगों में नरेंद्रपाल सिंह भाटिया, सतनाम गंभीर, इंद्रजीत सिंह, शैलेन्द्र सिंह, रविंद्र कौर, कमलजीत कौर गिल, कमलजीत कौर आदि लोगों ने ज्ञापन दिया है और मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. चार पांच अज्ञात लोगों को इस षड़यंत्र का जिम्मेवार बताया गया है. एसएसपी को भी शिकायत की कॉपी दी गई है. संगत सर्वोपरि ग्रुप में सोनारी के तारा सिंह, मुखे के ऐसे ही प्रकरण को देखते हुए वर्तमान कमेटी से इस्तीफे की मांग जोरदार रूप से हो रही है.