फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर सिख संगत जत्था के नाम से फेसबुक पेज चलाने वाले मानगो मनान गली मुंशी मोहल्ला निवासी रघुवीर सिंह उर्फ रंजीत सिंह उर्फ राजा को पिछले दिनों आईपीसी की धारा 420/406 धोखाधड़ी के मामले में कोलकाता के विधाननगर (साउथ) थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मानगो थाना के सहयोग से रघुवीर की गिरफ्तारी 15 नवंबर को हुई थी. आरोप था कि नौकरी दिलाने के नाम पर उन्होंने कई लोगों से ठगी की थी.
10 दिनों की कानूनी प्रक्रिया से निपटते हुए रघुवीर सिंह 25 नवंबर की तड़के साढ़े तीन बजे जमशेदपुर लौट आये हैं. मंगलवार को उन्होंने फतेह लाइव को फोन किया. उन्होंने बताया कि 10 दिनों में उन्हें वहां की पुलिस ने सभी ऐशो आराम दिए. थाना हाजत में ही रखा. रघुवीर सिंह ने कहा कि 2024 को कोलकाता जॉब करने के लिए गए थे. विदेश में नौकरी दिलाने का काम था. एक दो दिन रहकर उन्होंने देखा कि यहां कुछ ठीक ठाक नहीं हो रहा है. तब वह जॉब छोड़कर आ गए थे.
मुजफ्फरपुर के एक शख्श ने केस किया था. इसी बीच वहां जो सीसीटीवी थे. उसमें वह नजर आये. केस करने वाला मुझे नहीं जानता था. केवल जानता था कि वह ऑफिस किसी सिख की है. सीसीटीवी में उस वक्त जो उनकी तस्वीर आई, और एक सिख व्यक्ति जिसके साथ वह कोलकाता में थे. उसने मानगो मेरे घर का चक्कर लगाया, जिसके लोकेशन को खंगाल कर विधाननगर थाना की पुलिस उन तक पहुंच गई. मानगो के कुछ विरोधी लोगों ने उन्हें फंसा दिया.

उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता से सभी लेन देन पूरा करके वह आ गए हैं. अगली 8 तारीख को उन्हें एक बार फिर कोलकाता में हाजिर होना पड़ेगा. रघुवीर सिंह उर्फ रंजीत सिंह उर्फ राजा ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उन्हें शहर के कई लोगों का संदेश आया. वह जानते हैं कि मैं ऐसा नहीं कर सकता. राजा ने सिख संगत से धन्यवाद करते हुए कहा कि वह किसी का भी भरोसा टूटने नहीं देंगे. मालूम हो कि इस खबर के प्रकाशित होने के बाद रघुवीर सिंह की चर्चा शहर के सिख समुदाय में जोर शोर से चल रही है.


