फतेह लाइव, रिपोर्टर.
कहते हैं, सपनों की कोई उम्र नहीं होती — और इसका जीता-जागता उदाहरण पेश किया है जमशेदपुर की 63 वर्षीय तंद्रा रेहल ने। दिल्ली में “ब्यूटी एंड द बेस्ट” मैगज़ीन द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित मिसेज इंडिया फैशन शो में भाग लेकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि हौसले और आत्मविश्वास के सामने उम्र महज़ एक संख्या है।

तंद्रा रेहल इस प्रतियोगिता में जमशेदपुर की एकमात्र प्रतिभागी थीं, जिन्होंने सीनियर एज कैटेगरी में रैंप पर उतरकर सभी का दिल जीत लिया। उनकी अदा, आत्मविश्वास और गरिमा ने न सिर्फ़ निर्णायकों को प्रभावित किया, बल्कि दर्शकों से भी ज़बरदस्त सराहना हासिल की।

अपनी इस सफलता का श्रेय तंद्रा रेहल ने अपने जीवनसाथी श्री काका सिंह रेहल (पूर्व LIC अधिकारी, जिन्होंने 2017 में सेवानिवृत्ति ली) और अपनी ट्रेनर मिताली दासगुप्ता को दिया। तंद्रा बताती हैं — “अगर मेरे पति और मिताली जी का प्रोत्साहन नहीं होता, तो शायद मैं कभी इस मंच तक नहीं पहुंच पाती।”
यह पहली बार नहीं है जब तंद्रा ने मंच पर अपनी चमक बिखेरी हो। इससे पहले वे जमशेदपुर में “साईं गुरुकुल द्वारा आयोजित “ताल सीजन 4” में स्पेशल कैटेगरी की विजेता रह चुकी हैं। दिल्ली में आयोजित मिसेज इंडिया प्रतियोगिता में उन्होंने सीनियर एज ग्रुप में दो प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किए।
तंद्रा रेहल अब चाहती हैं कि उनकी यह यात्रा अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का मार्ग बने। वे कहती हैं — “हर महिला को यह समझना चाहिए कि ज़िंदगी का हर पड़ाव कुछ नया करने का अवसर देता है। उम्र कभी रुकावट नहीं होती, बस विश्वास होना चाहिए।”
अब तंद्रा उन महिलाओं के लिए काम करना चाहती हैं जो उम्र या परिस्थितियों के कारण अपने सपनों को अधूरा छोड़ चुकी हैं। वे उन्हें निःशुल्क प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने का संकल्प रखती हैं।
इस अनोखे सफर के अंत में तंद्रा रेहल ने मुस्कुराते हुए कहा —
“मैंने अपनी ज़िंदगी का नया अध्याय 63 की उम्र में शुरू किया है। अगर मैं कर सकती हूँ, तो हर महिला कर सकती है।”


