फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सरायकेला खरसावां में स्क्रैप के अवैध धंधे को लेकर कुछ दिनों से पुलिस और माफिया की सांठ गांठ की पोल उजागर हो रही है. यह मामला पुलिस महकमे के लिए किरकिरी बना हुआ है. वहीं इधर, जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना इलाके में गत 31 अप्रैल की देर शाम स्क्रैप के खेल में ही चाकूबाजी की घटना घटी थी. इस घटना में स्क्रैप व्यवसायी अजय सिंह के भाई दीपक सिंह के हाथों की छह उंगलियां गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इस मारपीट में छोटा भाई छोटू सिंह भी घायल हुआ था. मामले में बागबेड़ा थाना में हालिया स्क्रैप के धंधे में कूदे लाल बिल्डिंग के अमित कुमार शर्मा, हरहरगुट्टू का शिवम साहू और कुख्यात बबलू प्याजी के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया था.
घटना के चार दिन बीत जाने के बाद भी बागबेड़ा पुलिस तीनों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. सूत्र बताते हैं कि पुलिस कार्रवाई के नाम पर केवल गवाहों के बयान दर्ज करने में लगी हुई है और नामजद आरोपी सरायकेला के डोबो स्थित पीहू होटल में लगातार पार्टी मना रहे हैं. ऐसे में आरोपी पुलिस को मुंह चिढ़ा रहे हैं. गुप्तचरों के द्वारा पुलिस को भी इसकी सूचना है, लेकिन फिर भी उनकी गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस के कार्यशैली की पोल खोलता है. सूत्र बताते हैं कि आरोपियों द्वारा पुलिस से तालमेल करके हरहरगुट्टू में स्क्रैप टाल खोला गया है. पूर्व में इनकी बैठकी लाल बिल्डिंग में ही रहती थी. जहां इनके द्वारा धंधे में सेंधमारी की गई. उसी को लेकर ही घटना के दिन दोनों ओर से शुरू हुआ वाद विवाद ख़ूनी रूप धारण कर लिया गया. इधर, अब स्क्रैप के धंधे को लेकर दोनों गुटों में तनाव बना हुआ है. पुलिस की अनदेखी कभी भी बड़ी घटना का गवाह बन सकती है.