फतेह लाइव, रिपोर्टर
स्वर्गीय सोनू सरदार जिला अध्यक्ष भारतीय आदिवासी भूमिज समाज सह अध्यक्ष, जिला पारा शिक्षक संघ के हत्या के पांचवें दिन उनके अस्थि कलश को ससम्मान प्रदर्शन करते आसँगी आदित्यापुर स्थित उकसान में विधिवत दफनाया गया. भूमिज समाज के परंपरा के अनुसार महिलाओं के अस्थि कलश को उसके मायके के उकसान में ले जाया जाता है और पुरुष होने की स्थिति में अस्थि कलश को पिता के उकशासन में विधि-विधान के साथ दफनाया जाता है. यह परंपरा यों ही जिन्दा रखने के लिए नहीं है. वस्तुत यह एक मूल स्थान को प्रमाणित करने के लिए है और शादी विवाह में भी इस मूल स्थान उकशासन का पूछ-ताछ गहराई से होती है और रजामंदी होने पर शादी की बात फाइनल होती है.
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यह परंपरा भारत ही नहीं विदेश में भी भूमिज समाज के अलावे दूसरे समाज में नहीं पाए जाते हैं. भूमिज समाज के विद्वान सिंधु घाटी सभ्यता में खोदाई के दौरान मिले अस्थि कलश को भूमिज समाज का होने का दावा करते हैं. इस कार्यक्रम को सम्पन्न करने में जयसिंह भूमिज, युधिष्ठिर सरदार, लखी सरदार, राजू सरदार, देवेंद्र सरदार, गणेश सरदार, राजेंद्र सरदार, मुखिया पार्वती सरदार, सोनाली सरदार, खिरोद सरदार के अलावे भूमिज समाज के गणमान्य व्यक्ति तथा बड़डीह गांव के ग्रामीण महिला और पुरुष शामिल थे.