फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































जमशेदपुर के धातकीडीह हरिजन बस्ती के रहने वाला विकास मुखी एवं उनके साथी को धातकीडीह माही स्टोर के पास रोककर लोहे की रड से मारकर सर फोड़ देने के आरोप से धातकीडीह ए ब्लॉक के रहने वाला तनवीर आलम उर्फ तनवीर अंसारी एवं धातकीडीह लाइन नंबर 6, रोड नंबर 4 के रहने वाला जैकी अहमद को अदालत ने साक्ष्य अभाव में बरी कर दिया। इस मामले की सुनवाई एडीजे-वन विमलेश कुमार सहाय की अदालत कर रही थी। घटना 6 अगस्त 2017 की शाम की हैं। इस संबंध में विकास मुखी बिष्टुपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमे बताया था कि वे अपने साथी परमेश्वर बेहरा, अमल बेहरा के साथ सोनारी से अपने घर धातकीडीह लौट रहे थे। अचानक माही स्टोर के पास पहले से 15-20 की संख्या युवक उन्हें रोक लिए कुछ समझ पाते तबतक सभी ने लोहे की रड से हमला कर दिया। हमले से उन्हें सर में गंभीर चोटे आई थी।
बागबेड़ा : मारपीट कर पांच लाख की रंगदारी मांगने वाला साक्ष्य अभाव में बरी
एडीजे-वन विमलेश कुमार सहाय की अदालत ने घर में घुसकर मारपीट करने, मकान कब्जा करने तथा पांच लाख की रंगदारी मांगने के आरोप से लोहासिंह बगान के रहना वाला बबलू पांडेय को सोमवार को साक्ष्य अभाव में बरी कर दिया। घटना 6 जनवरी 2013 की हैं। इस संबंध में शुशीला देवी ने बागबेड़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
परसुडीह: पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे को जान से मारने की नीयत से हमला करने वाला पति प्रकाश चौहान साक्ष्य अभाव में बरी
बिरसानगर जोन नंबर पांच के रहने वाली रितू कुमारी को सदर अस्पताल खासमहल के गेट के पास रोक कर गर्भ में पल रहा बच्चे को जान से मारने की नीयत से हमला करने वाला पति प्रकाश चौहान को एडीजे-वन विमलेश कुमार सहाय की अदालत ने सोमवार को साक्ष्य अभाव में बरी कर दिया। इस संबंध में रितू कुमारी ने परसुडीह थाने में पति सरजमदा निवासी प्रकाश चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि 17 अगस्त 2016 को उनकी शादी प्रकाश के साथ हुई थी। शादी के बाद जब वह गर्भवती हुई तो ससुराल वाले गर्भ पात कराने के लिए दवाब देने लगा।इससे वह एक प्रताड़ित करने का मामला 24 फरवरी 2017 को परसुडीह थाने दर्ज कराई थी। घटना के दिन 9 जुलाई 2017 को जब वह इलाज के लिए सदर अस्पताल खासमहल आयी थी। गेट पर उन्हें प्रकाश रोक लिया, पेट में मारा बच्चा हिलना जूलना बंद कर दिया था। तब जाकर परसुडीह थाने मामला पहुंचा था।