फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जिले में नशा कारोबार पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत उलीडीह और जादूगोड़ा थाना क्षेत्र की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को फिलहाल जेल भेज दिया गया है, जबकि दोनों घटनाओं में फरार दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
उलीडीह पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मुर्दा मैदान इलाके में कुछ लोग ब्राउन शुगर की बिक्री कर रहे हैं. सूचना के आधार पर थाना प्रभारी के निर्देश पर 22 जून की शाम एक विशेष टीम ने छापेमारी की. इस दौरान अमन बोयपाई को 35 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.
वहीं, इस दौरान मौजूद दो अन्य आरोपी सूरज कुंटिया और कतलु अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए. पुलिस ने उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है. इस मामले में उलीडीह थाना के एसआई रविंद्र पांडेय के बयान पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
इधर, जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के दुड़कू गांव में शनिवार को की गई छापेमारी के दौरान पुलिस ने दिलखुश गोप नामक युवक को 312 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया. उसे मौके से हिरासत में ले लिया गया और थाने लाकर पूछताछ की गई. पुलिस को शक है कि आरोपी एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, जो गांव और आसपास के इलाकों में मादक पदार्थों की आपूर्ति करता है. इस संबंध में जादूगोड़ा थाना के एसआई राजेश कुमार मंडल के बयान पर आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उधर, दोनों घटनाओं के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने विशेष टीम गठित की है. संबंधित थाना क्षेत्रों में संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपी भी गिरफ्त में होंगे इधर, पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने कहा है कि जिले में नशे के कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है. थाना स्तर पर मिली सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें अपने आसपास किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें. पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मादक पदार्थों की बिक्री, खरीद और सेवन में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के अनुसार नशा न केवल युवाओं के जीवन को बर्बाद करता है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करता है. ऐसे में समाज को भी सहयोग करना होगा ताकि इस अपराध को जड़ से मिटाया जा सके.