फतेह लाइव, रिपोर्टर.
आज हम सब एक महान व्यक्तित्व के निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर रहे हैं। रतन टाटा, एक ऐसे नाम जिन्होंने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में उद्योग और समाजसेवा के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी, का जाना हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका आकस्मिक निधन ना केवल झारखंड और जमशेदपुर के लोगों के लिए एक गहरा आघात है, बल्कि भारत और पूरे विश्व में रहने वाले लोगों के दिलों में भी एक खालीपन छोड़ गया है।
रतन टाटा, जिन्होंने टाटा समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, न सिर्फ एक उत्कृष्ट उद्योगपति थे, बल्कि एक समाज सेवक के रूप में भी उन्होंने विश्व के समक्ष एक मिसाल कायम की। उनका जीवन और उनके काम समाज को यह सिखाने में सफल रहे कि कैसे एक व्यवसायी केवल मुनाफे तक सीमित नहीं रहता, बल्कि समाज की भलाई और विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।
“समाज को दिया एक आदर्श”
रतन टाटा का जीवन सिर्फ़ व्यवसायिक सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि उन्होंने समाज के हर तबके के लोगों को यह सिखाया कि किस तरह व्यवसाय का उद्देश्य सिर्फ़ व्यक्तिगत लाभ नहीं होना चाहिए। उन्होंने समाज में शांति, समृद्धि और समानता के विचारों को महत्व दिया और इन्हें बढ़ावा दिया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने न केवल उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की, बल्कि समाजसेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जनहितकारी क्षेत्रों में भी उनका योगदान अविस्मरणीय है।
जमशेदपुर के लिए रतन टाटा का महत्व और भी अधिक है। यह शहर, जिसे टाटा समूह ने वर्षों से विकसित और सुसंस्कृत किया, आज उनके योगदान और नेतृत्व के बिना अधूरा सा महसूस करता है। यहां के लोगों के लिए रतन टाटा एक आदर्श थे और रहेंगे। उनके सिद्धांत और मूल्य सदैव प्रेरणा स्रोत रहेंगे।
उनकी परोपकारिता और मानवतावादी दृष्टिकोण ने समाज को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल व्यवसाय की सीमाओं को लांघा, बल्कि उन्होंने अपने जीवन को समाज की सेवा में समर्पित किया। टाटा ट्रस्ट्स और अन्य समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से उन्होंने लाखों लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का कार्य किया।
आज हम उनके जाने पर जो शून्यता महसूस कर रहे हैं, वह आने वाले कई वर्षों तक पूरा नहीं हो पाएगा। लेकिन उनका जीवन और उनकी शिक्षाएँ हमारे साथ रहेंगी। उनका दृष्टिकोण और समाज की सेवा का उनका समर्पण हम सभी के लिए एक प्रेरणा है।
मैं, दमनप्रीत सिंह, रतन टाटा जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उनका योगदान और उनकी शिक्षाएँ सदैव हम सभी के दिलों में रहेंगी। रतन टाटा का नाम हमेशा आदर के साथ लिया जाएगा और उनका जीवन हम सभी को समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को याद दिलाता रहेगा। उनके जाने से जो स्थान रिक्त हुआ है, उसे भर पाना कठिन है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।
सादर श्रद्धांजलि,
दमनप्रीत सिंह
युवा व्यवसायी एवं चेयरमैन
सेंट्रल सिख नौजवान सभा झारखण्ड