फतेह लाइव, रिपोर्टर.

बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी (2022-2025) के प्रधान सरदार कुलविंदर सिंह ने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह पर सवाल डालते हुए कहा है कि सरदार अवतार सिंह सोखी को प्रधान बनाकर सिख कौम, पंथ, संगत को वह क्या संदेश देना चाहते हैं? क्या गुरुद्वारा का प्रबंध अब धीरमलीए के हाथ में सौंप देना चाहिए? सरदार अवतार सिंह सोखी ने जमशेदपुर में धर्म प्रचार अकाली दल के सिंह साहिबान एवं तख्त  हरमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार साहब तथा पांच प्यारों के सम्मुख लिखित रूप से दोष स्वीकार किया। उनके लिखित रूप से साबित होता है कि वह धीरमलीए हैं।

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सरदार भगवान सिंह अच्छी तरह जानते हैं, गुरु की काशी दमदमा साहिब में दशम गुरु गोविंद सिंह जी ने सिखों को आदेश दिया था कि धीरमलीए के साथ किसी प्रकार का संबंध नहीं रखना है। फिर श्री अकाल तख्त साहिब से परवान रहित मर्यादा में भी धीरमलीए, मीणा, मसंद, रामराईए से संबंध नहीं रखने का आदेश सिखों को है। प्रधान सरदार भगवान सिंह अलमारी से निकलकर सीजीपीसी का संविधान (प्रधान पद के उम्मीदवार को दो साल पहले अमृत पान आवश्यक) एवं रहत मर्यादा को अच्छी तरह से पढ़ लें। केवल दूसरों को इसका पाठ पढ़ाते हैं लेकिन खुद और उनकी कमेटी इस पर अमल नहीं करती है।

कुलविंदर सिंह के अनुसार भगवान सिंह मुझे नापसंद करते हैं? मुझसे घृणा करते हैं? मेरा व्यवहार उन्हें अच्छा नहीं लगता है? मेरा सनातनी शब्द का प्रयोग उन्हें बुरा लगता है? तभी तो उन्होंने मुझे अपनी बैठक से धक्का मरवा कर बाहर करवा दिया था। सनातनी शब्द से उन्हें इतनी चिढ़ नफरत है परंतु किसी धीरमलीए पर उनके प्यार उमड़ने पर सवाल खड़े होंगे कि वह अवतार सिंह पर इतनी मेहरबान क्यों है? यदि वे सच्चे सिख हैं तो अवतार सिंह सोखी वाली प्रक्रिया रद्द करें। क्या लंगर में दाल एवं सब्जी की कमी से प्रधान को हटा दिया जाना चाहिए। मुझे हटाने की सारी पटकथा केंद्रीय कमेटी के दफ्तर में लिखी गई, गुरुवार की घोषणा से यह साबित हो गया है।

अब भगवान सिंह एवं उनके चट्टे बट्टे कहेंगे कि वह जमशेदपुर से बाहर हैं। देश दुनिया में किसी कोने से भगवान सिंह स्वयं का वीडियो बनाकर अथवा पत्र देकर कौम संगत को बता सकते हैं कि जो प्रक्रिया हुई है, उन्हें स्वीकार्य नहीं है और सारी प्रक्रिया रद्द की जाती है।
कुलविंदर सिंह ने यहां फिर सवाल पूछा है कि सरदार भगवान सिंह एवं उनकी कमेटी को मेरा विकल्प पूरी बारीडीह, ट्यूब बारीडीह, न्यू बारीडीह, विजय गार्डन, बागुन नगर, फौजा बागान, अर्जुन बागान, बहादुर बागान, कालू बागान में नहीं मिला। इन इलाकों में एक भी गुरमत रहत मर्यादा के अनुसार जीवन जीने वाला सिख नहीं रहता है, जिसे मेरे विकल्प में प्रधान बनाया जा सके।

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