फतेह लाइव, रिपोर्टर।
टाटानगर रेलवे स्टेशन के दौरे पर शुक्रवार को चक्रधरपुर मंडल के डीआरएम अरुण जे राठौड़ आये हुए थे. उन्होंने स्टेशन मेन रोड तक पैदल चलकर निरीक्षण किया. हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने उनके आने से पहले कई प्रकार की अववस्था पर पर्दा डाल दिया था. इसी बीच डीआरएम के आने की सूचना पर शहरवासियों की ज्वलंत समस्या को लेकर सिख भाजपाइयों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने टाटानगर स्टेशन पहुंचा. एक नंबर प्लेटफॉर्म में मुख्य द्वार के सामने डीआरएम को प्रतिनिधिमंडल ने टाटानगर रेलवे ओवरब्रिज पर आये बड़े बड़े गड्ढों से शहरवासियों को हो रही परेशानी से अवगत कराया गया. डीआरएम को बताया गया कि इन गड्ढों के कारण वाहन पलट रहे हैं और भी बहुत कुछ ठीक ठाक नहीं है.
भाजपाई डीआरएम से इस समस्या पर विचार विमर्श कर रहे थे कि एक आरपीएफ एएसआई ने सिख नेता सतबीर सिंह सोमू की बात का कुछ रियेक्ट किया. तब सोमू ने उक्त एएसआई की फराटेदार इंग्लिश बोलते हुए क्लास ले ली. सोमू का तर्क था कि वह अधिकारी को अपनी बातें रख रहे हैं. बस फिर क्या था. अपने सामने कर्मचारी को झाड़ पढ़ते देख डीआरएम गुस्से में आ गए. उन्होंने सोमू को जोर से डांट डाला. तब सोमू व अन्य प्रतिनिधि भी डीआरएम से उलझने लगे. हालांकि डीआरएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह मामले में गंभीर हैं.
इस घटना के बाद सोमू ने मीडिया को बताया कि वह जनता की बात लेकर डीआरएम से मिलने आये थे. डीआरएम का यह रवैया अफसरशाही वाला है. जनता पर उनका यह व्यवहार नहीं चलेगा. कितनी आसानी से इन्होंने यह कह दिया कि हम जनता से बात क्यों करें. वे इस मामले को लेकर रेल मंत्री तक शिकायत करेंगे. वरीय भाजपा नेताओं को अवगत कराते हुए आगे जो दिशा निर्देश होगा कार्य करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में चंचल भाटिया, तरविंदर भाटिया और रविंदर सिंह रिंकू शामिल थे. वैसे सांसद विद्युत वरण महतो और संजय सेठ तक यह मामला पहुंच गया है.