फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में अंबेडकरवादी संगठन डॉ आंबेडकर एसटी, एससी, ओबीसी, माइनॉरिटी वेलफेयर कमिटी के तत्वावधान में शनिवार 11 अक्टूबर को आमबागान से एक जुलूस निकाला जाएगा। यह जुलूस निकालने का फैसला सेंट जोसेफ वेलफेयर सेंटर केंद्र गोलमुरी में हुई बैठक में लिया गया। इसमें सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई की ओर जूता फेंकने की घटना की निंदा की गई। वक्ताओं ने कहा कि यह चीफ जस्टिस नहीं बल्कि भारतीय संविधान पर हमले का संकेत है क्योंकि मनुवादी इस देश में अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग को संविधान में विशेष अधिकार दे रखे हैं और वह उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित करना चाहते हैं।
वक्ताओं ने कहा यदि कोई द्विज यदि न्यायमूर्ति होता तो कोई इस तरह की हिम्मत नहीं कर सकता था। पिछले कई सालों से न्यायमूर्ति धर्म नेताओं और व्यवस्था पर टिप्पणी करते रहे हैं, तब किसी की भावना आहत नहीं हुई। यह सब मनुवादी सोच और सत्ता के संरक्षण का नतीजा है?
इसमें फैसला लिया गया कि आम बागान में सुबह साढ़े दस बजे प्रगतिशील विचारधारा के लोग एकत्रित होंगे और वहां से, “चीफ जस्टिस का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान”, का नारा लगाते हुए जुलूस निकाला जाएगा, जो साकची गोल चक्कर, शहीद बिरसा मुंडा चौक, शहीद चौक होते हुए उपायुक्त कार्यालय जाएगा। वहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा और मनुवाद का पुतला जलाया जाएगा।
इस बैठक में रविंद्र प्रसाद, विजय कुमार यादव, सुरेश प्रसाद, अधिवक्ता कुलविंदर सिंह, अधिवक्ता मनोज कुमार, गणेश राम, जितेंद्र यादव, रमेश मुखी, शंभू मुखी, राम पलक चौधरी, अमलेश रजक, मनोज गुप्ता, भगवत प्रसाद, हरि बालक राम, सरयू रविदास, अनिल कुमार ठाकुर, सुबोध रविदास, राजकुमार यादव, सुशील प्रसाद आदि ने अपने विचार रखे।



