इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट और इन्वेस्ट इंडिया कर रही है सहयोग, झारखंड के औद्योगिक नीति निर्धारण में एक्सएलआरआइ निभा रही बड़ी भूमिका
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड में औद्योगिक विकास, सुशासन और स्थिरता को नई दिशा देने के उद्देश्य से एक्सएलआरआइ जमशेदपुर ने झारखंड इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जिडको), झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (जियाडा) और इन्वेस्ट इंडिया के साथ मिलकर झारखंड इंडस्ट्रियल पॉलिसी लैब की शुरुआत की है. इस पहल के तहत 15 लाइव प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग एक्सएलआरआइ परिसर में आयोजित ओरिएंटेशन और ब्रीफिंग सेशन में की गई. कार्यक्रम की शुरुआत स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट के असोसिएट प्रोफेसर डॉ. कल्याण भास्कर के परिचय संबोधन से हुई. डीन एकेडमिक्स प्रो. डॉ. संजय पात्रो ने स्वागत भाषण दिया. इसके बाद जिडको और जियाडा के प्रबंध निदेशक वरुण रंजन ने प्रोजेक्ट्स का औपचारिक अनावरण किया और राज्य की औद्योगिक नीतियों में परिवर्तनकारी विजन प्रस्तुत किया.
नॉलेज पार्टनर और कंसल्टिंग पार्टनर के रूप में इन्वेस्ट इंडिया और ईवाई की टीम ने प्रोजेक्ट्स की रणनीतिक दिशा और नीतिगत महत्व पर अपने विचार साझा किए. छात्रों के साथ हुए इंटरएक्टिव सत्र ने इस कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना दिया, जहां भविष्य के मैनेजर्स ने सीधे नीति-निर्माताओं और विशेषज्ञों से संवाद किया.
इन 15 प्रोजेक्ट्स में कुल 30 छात्र टीमें शामिल होंगी. कुछ टीमें पब्लिक पॉलिसी के वैकल्पिक कोर्स के माध्यम से तो कुछ कमेटी फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च (सीपीपीआर ) के सहयोग से कार्य करेंगी. छात्रों को साप्ताहिक और चरणबद्ध मार्गदर्शन दिया जाएगा ताकि प्रोजेक्ट्स के नतीजे ठोस और प्रभावी हों. इन 15 लाइव प्रोजेक्ट्स के साथ झारखंड इंडस्ट्रियल पॉलिसी लैब नवाचार, नीति विश्लेषण और क्रियान्वयन का एक अद्वितीय मंच बनने जा रहा है, जहां अकादमिक जगत, सरकार और उद्योग मिलकर समावेशी विकास का रास्ता प्रशस्त करेंगे.
यह पहल देश में पहली बार हो रही है, जब किसी बी-स्कूल के छात्र प्रत्यक्ष रूप से सरकारी नीतियों के निर्माण और कार्यान्वयन की प्रक्रिया का हिस्सा बन रहे हैं. इससे न केवल छात्रों को वास्तविक दुनिया का अनुभव मिलेगा, बल्कि झारखंड के औद्योगिक निवेश पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती मिलेगी. इस अवसर पर वरुण रंजन ने कहा कि युवा छात्रों के साथ मिलकर औद्योगिक भविष्य की दिशा तय करना हमारे लिए उत्साहजनक है. यह पहल राज्य की विकास यात्रा में नया अध्याय जोड़ने वाली है.
एक्सएलआरआइ के प्रो. कल्याण भास्कर ने कहा कि राज्य की नीतियों को आकार देने और राष्ट्रीय विकास में योगदान करने का अवसर छात्रों के लिए अत्यंत मूल्यवान है. यह अनुभव उन्हें शैक्षणिक और व्यक्तिगत दोनों स्तरों पर समृद्ध करेगा. इस दौरान छात्रों, शिक्षकों और सरकारी अधिकारियों ने औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर विचार साझा किए.