जिम्मेदार अधिकारी का मौन रहना जिला प्रशासन के लिए बन सकता है आफत
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
साकची डायमंड मार्केट, जो की जेएनएसी से चंद कदमों की दूरी में है. शाम के वक़्त यहां विभिन्न प्रकार के फ़ूड स्टॉल लगते हैं, जिसे लोग खाऊ अड्डा भी कहा जाता है. जहां हर रोज काफी भीड़ होती है, जिससे की कई परिवार की रोजी रोटी चलती है, लेकिन वहीं इसका नाजयाज फायदा उठाकर कई लोगों ने खाली स्टॉल लगा दिये हैं. जिससे प्रतिदिन 200 से 300 रूपये भाड़े पर दिया जा रहा है. बात यहीं नहीं, स्टॉल को जगह के साथ 20 से 25 हज़ार मे बेचा भी गया है और ये सब हो रहा है, जेएनऐसी के सामने. बताया जाता है कि यहां इस्तेमाल किये जाने वाले स्टॉल से ज्यादा खाली पड़े स्टालों की संख्या है.
स्टॉलों में खुलेआम बिक रहे नशीले पदार्थ, शराबियों का भी जमावड़ा
जहां एक ओर जिला प्रशासन नशा मुक्त अभियान चला रहा, वहीं कई स्टालों मे खुले आम सिगरेट, तम्बाकू बिक रहा है. खाने के स्टॉल इस तरकीब से लगे हैं की आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. यहां तक की पैदल चलने के लिए फुटपाथ पर भी कब्ज़ा है, जिसका सीधा नुकसान वैसे स्टॉल वालों को हो रहा, जिनका परिवार उन स्टाल से चल रहा है. इसके साथ ही आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सूत्र बताते हैं कि जेएनएसी के एक अधिकारी इस खेल से वाकिफ है. उनका तबादला यहां से पिछले दिनों पलामू हो गया था, लेकिन वहां से महज चार माह में ही हाल के दिनों अपनी सेंटींग लगाकर वह फिर अपने पुराने पद पर वापस आ गए हैं. इस पूरे खेल की अगर गहनता से जांच होती है तो बहुत कुछ साफ हो जाएगा. अगर सब कुछ इसी तरह चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब जिला प्रशासन को यहां मशक्कत का सामना करना पड़े.