सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग के आयोजन की खूब हुई तारीफ, अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष समेत कई सम्मानित
फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































धन धन माता साहेब कौर, जो खालसे दी मां। धन धन भागो सिंहणी जिनें मारे दुश्मन थां… धन गुरु, ते धन गुरु दा खालसा, जिदी मीठी-मीठी छाँ…। जमशेदपुर की चर्चित इतिहासकार बीबी सतवंत कौर रविवार को इस कविता के जरिये संगत को खालसे की माता साहेब कौर के रूहानी इतिहास से अवगत करा रही थी. यह आयोजन सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा के बैनर तले बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा में आयोजित किया गया था. यहां सतवंत कौर ने गुरवाणी के उपदेशों अनुसार संगत को बताया कि जब गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा की सृजना (स्थापना) की. तब उन्होंने माता साहेब कौर से अमृत संचार के लिए जल में पतासे का घोल करवाया. इसका उद्देश्य यह था कि जिस तरह टेढ़े टेढ़े पतासे जल में घुल कर एक हो जाते हैं. उसी तरह गुरु का खालसा भी सदैव एक रहे. उन्होंने कथा विचार के माध्यम से संगत को एकजुट रहने के लिए प्रेरित किया.
उन्होंने बताया कि माता साहेब कौर को गुरु गोबिंद सिंह ने कुंवारा डोला का दर्जा देते हुए खालसे की माता की पदवी दी. माता साहेब कौर के पास ही गुरु जी के चारों लाल खेला कूदा करते थे. सिख इतिहास के इस तरह के अनछुए पहलुओं से बीबी सतवंत कौर ने संगत को गुरु भक्ति में लीन कर दिया.
माता साहेब कौर का 343वां प्रकाश पर्व मनाते हुए सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविंदर कौर एंड टीम उस वक्त गदगद हो गई, जब गुरु दरबार पूरी तरह संगत की भीड़ से खचाखच भर गया. समागम की शुरुआत सुबह 8.30 बजे श्री सुखमणि साहेब के पाठ से की गई. सभी सभाओं की यूनिट ने मिलकर कीर्तन गायन भी किया और संगत में जोश भरा. बीबी सतवंत कौर की कथा के बाद भाई गुरदीप सिंह निक्कू ने अपनी सुरीली आवाज में अल्लाही वाणी का मधुर कीर्तन गायन कर संगत को निहाल कर दिया. दोपहर डेढ़ बजे अरदास उपरांत समागम की समाप्ति हुई. सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा के बुलावे पर झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन ज्योति सिंह मठारू ने शिरकत की. उन्हें पगड़ी व मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.
तख्त पटना साहेब के महासचिव इंदरजीत सिंह, सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, बीबी कमलजीत कौर, दलबीर कौर समेत सभी गुरुद्वारा के प्रधान और खासकर स्त्री सत्संग सभा की सभी यूनिट को पगड़ी, चुन्नी और सुंदर मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. आयोजन को सफल बनाने में प्रधान रविंद्र कौर, महासचिव सुखवंत कौर, संयुक्त महासचिव परमजीत कौर, रानी कौर, बेवी कौर समेत पूरी टीम का सक्रिय योगदान रहा. बीबी रविंद्र कौर ने सफल आयोजन के लिए सभी सभाओं का तो धन्यवाद किया ही साथ ही कहा कि आगामी गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व भी एकजुटता के साथ नगर कीर्तन की सेवा में शामिल हो.