फतेह लाइव, रिपोर्टर.











जमशेदपुर के सबसे बड़े साकची गुरुद्वारा में इस समय चुनाव होने का समय है. नियम के मुताबिक तीन साल का कार्यकाल होने के बाद मार्च अंत तक चुनाव की घोषणा और 14 अप्रैल वैसाखी के दिन नए प्रधान अपना कार्यभार संभालते हैं. ऐसे में अभी तक साकची गुरुद्वारा ने चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं की है. इसे लेकर विरोधी पक्ष लगातार चुनाव कराने की मांग को लेकर रेस है. विगत लगभग एक माह से प्रधान निशान सिंह को चुनाव कराने की मांग विपक्ष कर रहा है. इस बाबत दो बार प्रधान को पत्र देने के बाद भी चुनाव की घोषणा नहीं किये जाने पर दो दिन पूर्व सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह से हस्तक्षेप की मांग की गई थी. बुधवार को चुनाव की रणनीति पर साकची हनुमान मंदिर के सामने जोगिंदर सिंह जोगी के कार्यालय में विपक्ष के लोगों का जुटान हुआ.
आपको बता दें कि जोगी मौजूदा कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष थे. कमेटी में रहते हुए उन्होंने चुनाव कराने की आवाज उठा दी, जो संकेत देता है कि मौजूदा कमेटी में कुछ ठीक ठाक नहीं है. इसके बाद जोगी ने गुरुद्वारा में लगाए गए सोलर सिस्टम में हुए खेल का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया. इस घटनाक्रम के बाद साकची इलाके में गुरुद्वारा चुनाव का जहां शोर शुरू हो गया. वहीं इसे लेकर गहमा गहमी बनी हुई है.
बहरहाल, बुधवार को विपक्ष के लोगों का जो जुटान हुआ उसमें रणनीति बनाई गई कि अगर चुनाव की घोषणा नहीं होती है तो 24 मार्च को प्रधान निशान सिंह से मिलकर चुनाव की घोषणा करने का दबाव बनाया जायेगा.
आपको यह भी बता दें कि जोगी के साथ राजू मारवाह और महेंद्र सिंह तो विपक्ष को मजबूत करने का कार्य चुनावी रणनीति के तहत कर ही रहे हैं. उनके साथ पूर्व प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष एवं गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान गुरदेव सिंह राजा और अन्य भी खुलकर साथ दे रहे हैं, जिससे आगामी चुनाव दिलचस्प होता दिख रहा है. बाकायदा मंटू प्रधान का चुनाव लड़ने के लिए खुलकर तैयार भी हैं.
इसके अलावा मामला जो भी हो, लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि चुनाव की घोषणा को लेकर प्रधान निशान सिंह अपनी रणनीति को किस प्रकार सार्वजनिक करने वाले हैं. अंदर ही अंदर सूत्र बताते हैं कि निशान सिंह इस बार चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं, लेकिन इसमें कहां तक सच्चाई है कहा नहीं जा सकता, लेकिन निशान सिंह के कार्यकाल में गुरु घर में हुए विकास कार्य से उनकी स्थिति भी मजबूत बनी हुई है. चुनावी प्रक्रिया को लेकर वे क्या करने वाले हैं इस पर सबकी निगाहें बनी हुई हैं.
काले की अखंड तिरंगा यात्रा को सफल बनाने पर भी हुई विचार
इस बैठक में आगामी 23 मार्च को अमरप्रीत सिंह काले की अखंड तिरंगा यात्रा को सफल बनाने को लेकर भी विचार विमर्श हुआ. वहीं यह तय हुआ कि इस यात्रा को सफल बनाते हुए यात्रा पर फूलों की वर्षा की जाएगी. साथ ही मीठे जल का शिविर लोगों की सुविधा के लिए लगाया जायेगा.
बैठक में ये थे उपस्थित
गुरदेव सिंह राजा, हरविंदर सिंह मंटू, जोगिंदर सिंह जोगी, हरदयाल सिंह, महेंद्र सिंह, राजू मारवाह, दीपक गिल, एसपी काले, जगजीत सिंह, राजपाल सिंह, नरेंदर सिंह, हरभजन सिंह, वजीर सिंह, रंजीत सिंह, गुरशरण सिंह, हरजीत सिंह, अमरवीर सिंह, रिकराज सिंह, मेहताब सिंह, युवराज सिंह, उधम सिंह, जेएस भाटिया, प्रिंस भाटिया, अजीत गंभीर, अमनदीप सिंह, रॉकी, आजाद सिंह कश्यप, अमरीक सिंह, तेजेंद्र सिंह, अजीत सिंह बिंद्रा, कैप्टन सिंह, पूरन सिंह, नीलू भाई, रविन्द्र सिंह बल्ली आदि.