- वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे पर आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केंद्रीय महासचिव ने दिखाई चिंता, नगर निकाय की लापरवाही को बताया जिम्मेदार
फतेह लाइव, रिपोर्टर
आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केंद्रीय महासचिव सह आजसू पार्टी के जिला सचिव कृतिवास मंडल ने प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली को एक महत्वपूर्ण शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने जमशेदपुर शहर में बंद पड़ी एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) टेस्टिंग मशीनों को अविलंब चालू करवाने और नगर निकाय के पदाधिकारियों पर लापरवाही बरतने के लिए कार्रवाई की मांग की थी. कृतिवास मंडल ने बताया कि एक समय जमशेदपुर शहर हरियाली और स्वच्छ हवा के लिए जाना जाता था, लेकिन आज यहां की हवा इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि लोगों का दम घुटने लगा है. प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकार द्वारा योजनाएं तो बनाई गई हैं, लेकिन उनका धरातल पर क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है. उन्होंने प्रशासन को चेताया कि यदि सरकार और स्थानीय निकाय समय रहते कार्रवाई नहीं करती तो नागरिकों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
इसे भी पढ़ें : Giridih : उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न, पर्यावरण संरक्षण को लेकर दिए गए सख्त निर्देश
कृतिवास मंडल ने नगर निकाय की निष्क्रियता पर उठाए सवाल
कृतिवास मंडल ने शिकायत में विशेष रूप से इस बात की मांग की थी कि जमशेदपुर शहर में मानगो गोलचक्कर, डिमना चौक और जुगसलाई कुँवर सिंह चौक पर लगाए गए तीन एयर क्वालिटी इंडेक्स मशीनें आखिर क्यों बंद पड़ी हैं. क्या यह तकनीकी खराबी का मामला है या जानबूझकर इन मशीनों को निष्क्रिय किया गया है – इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है. शिकायत में यह भी कहा गया कि नगर निकाय की जिम्मेवारी है कि शहर में प्रदूषण की मॉनिटरिंग हो और आम जनता को प्रदूषण स्तर की सही जानकारी मिले, लेकिन दुर्भाग्यवश संबंधित अधिकारी ‘कुंभकर्णी नींद’ में हैं, जिससे शहर की हवा दिन-प्रतिदिन और अधिक जहरीली होती जा रही है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : स्वर्णरेखा एवं खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक, जिला प्रशासन अलर्ट, देखें – Video
बंद पड़ी एक्यूआइ मशीनों जांच की मांग के साथ कार्रवाई की अपील
केंद्रीय शिकायत के आलोक में प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने इस मामले की जांच और कार्रवाई की जिम्मेवारी कृष्णा कुमार, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर, मानगो नोटिफाइड एरिया को सौंपी है. अब कृष्णा कुमार को न केवल मशीनों की वर्तमान स्थिति का आकलन करना है, बल्कि नगर निकाय की लापरवाही की भी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी है. जांच प्रतिवेदन के आधार पर संबंधित अधिकारियों पर विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. कृतिवास मंडल ने आशा जताई है कि इस शिकायत के माध्यम से जनता की आवाज प्रशासन तक पहुँचेगी और जल्द ही जमशेदपुर शहर में एक्यूआइ मॉनिटरिंग सिस्टम को पुनः सक्रिय किया जाएगा, जिससे शहरवासी प्रदूषण के खतरे से कुछ राहत महसूस कर सकें.