कांग्रेस RTi सेल के अध्यक्ष ने उठाया मुद्दा, कहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उड़ाई जा रही धज्जियां, स्वास्थ्य मंत्री से होगी शिकायत
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के खासमहल सदर अस्पताल में जितने भी नवजात शिशुओं का जन्म हो रहा है. उन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से जो ममता किट दिया जाना है. वह नवजात शिशुओं को नहीं दिया जा रहा है. “मां तुझे सलाम” संस्था एवं कांग्रेस आरटीआई सेल के अध्यक्ष मोहम्मद अजहर खान ने यह मामला उठाते हुए कहा कि यह सरासर गलत बात है.
जल्द ही इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी से की जाएगी. यहां नवजात शिशुओं का हक मारा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में हर दिन कम से कम 10 बच्चे तो डिलीवरी होते ही हैं. उसके बावजूद भी ₹800 का ममता किट नहीं दिया जा रहा है, जिसमें नवजात शिशुओं को दो जोड़ा गुलाबी कपड़ा, गमछा दिया जाता है. यह नवजात बच्चों के साथ अन्याय हो रहा है. यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मैं सफीना खान खासमहल जमशेदपुर की निवासी हूं. मेरे बच्ची का जन्म 6/10/25 सदर अस्पताल खासमहल में हुआ है. हम लोगों को डिलीवरी होने के बाद कोई ममता किट नहीं दिया गया है, बल्कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार के संयुक्त रूप से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तरफ से होने वाले बच्चे को ममता किट दिया जाता है लेकिन हम लोगों को अभी तक कुछ नहीं मिला.
मैं समीदा खातून कदमा की निवासी हूं. मेरा बच्चा सदर अस्पताल खासमहल में हुआ है. वहीं मेरी बहन की बेटी धालभूमगढ़ हॉस्पिटल में हुई है. एक हफ्ता पहले उसे सरकार की तरफ से ममता किट मिला जिसमें ₹800 का सामान बच्चा के लिए दिया गया है, किंतु मुझे अभी तक सदर अस्पताल खासमहल में ममता किट नहीं दिया गया.
मैं रीना प्रधान गोपीनाथपुर चक्रधरपुर पश्चिम सिंहभूम की निवासी हूं. मेरा बच्चा जमशेदपुर के सदर अस्पताल में जन्म लिया है और हम लोगों को कोई भी बेबी किट नहीं मिला है, बल्कि हम लोग के पश्चिम सिंहभूम में बेबी किट दिया जाता है.
मेरा नाम रूपा केवर्त है. मैं छोटा गोविंदपुर जमशेदपुर की निवासी हूं. मेरा बच्चा सदर अस्पताल में हुआ है और मैं डिस्चार्ज भी होने वाली हूं, लेकिन अभी तक कोई भी ममता किट नहीं मिला है. बल्कि वहीं मेरे मायके उड़ीसा में बच्चों का जन्म होने पर ममता किट दिया जाता है, लेकिन यहां सदर अस्पताल में अभी तक नहीं मिला है. यहां दूध मुंह में बच्चे का हक छीना जा रहा है.