सुसाइड नोट में खुद को बताया जिम्मेदार, परिजनों से मांगी माफी
फतेह लाइव, रिपोर्टर।
कदमा थाना अंतर्गत वर्कर्स फ्लैट बी ब्लॉक नंबर 43 निवासी 56 वर्षीय रविंद्र कुमार दास ने बुधवार की दोपहर अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद पत्नी अरुंधति दास ने घटना की सूचना संबंधित थाने को दी। सूचना पाकर थाने के एसआई अभय सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्हें फंदे से उतारकर एमजीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने जांच कर उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने शव को शीतगृह में रख दिया। मृतक रविंद्र कुमार दास बिस्टुपुर स्थित मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल (कैंसर हॉस्पिटल) में कार्यरत थे और पिछले 10 सालों से वे परिवार के साथ वर्कर्स पेट में ही रहते थे। मामले में बताया जा रहा है कि आज दोपहर मृतक रविंद्र कुमार दास ने पहले फ्लैट के मुख्य दरवाजे के पास गैस सिलेंडर रखकर उसे बंद कर दिया। जिसके बाद उन्होंने अपने कमरे में पंखे से चादर के सहारे आत्महत्या कर ली।
घटना के समय पत्नी अरुंधति दास कदमा गणेश पूजा मैदान के पास स्थित आंध्रा एसोसिएशन स्कूल में पढ़ाने गई थी। जहां से वे पढ़ाकर जब घर वापस पहुंची तो पति रविंद्र कुमार दास को दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई। मगर काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो पत्नी ने धक्का देकर दरवाजा खोलने की कोशिश की। इस दौरान दरवाजे पर रखा गैस सिलेंडर गिर गया और दरवाजा खुल गया। इसके बाद जब पत्नी कमरे में पहुंची तो पति को फंदे से लटकता हुआ पाया। जिसके बाद उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। मृतक रविंद्र कुमार दास ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही घरवालों से इसके लिए माफी भी मांगी है। मृतक का पत्नी के अलावे दो बेटे भी हैं। दोनों इंजीनियर हैं और बेंगलुरु में जॉब करते हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।