कहा- स्वतंत्रता संग्राम की पहली चिंगारी थी हूल क्रांति
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
देश की आज़ादी के पहले संगठित आदिवासी जनविद्रोह हूल क्रांति की याद में सोमवार को लौहनगरी जमशेदपुर में हूल दिवस पूरे श्रद्धाभाव से मनाया गया. पूर्वी विधानसभा अंतर्गत भुइयांडीह स्थित सिदो-कान्हू चौक पर हूल क्रांति के अमर नायक सिदो-कान्हू की आदमकद प्रतिमा पर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक पूर्णिमा साहू ने भाजपा कार्यकर्ताओं के संग माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चांद-भैरव, फूलो-झानो सहित तमाम वीर शहीदों के बलिदान को स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया.
इस अवसर पर विधायक पूर्णिमा साहू ने हूल क्रांति को आजादी की पहली लड़ाई बताते हुए संथाल विद्रोह के नायकों को नमन किया. उन्होंने कहा कि यह दिन हमें हमारे आदिवासी समाज के वीर सपूतों की संघर्ष गाथा और बलिदान की याद दिलाता है. यह क्रांति स्वतंत्रता संग्राम की वह पहली चिंगारी थी, जिसने पूरे देश में आजादी की लहर पैदा की. कहा कि हूल क्रांति आजादी के लिए लड़ी गई पहली संगठित लड़ाई थी, जिसने ब्रिटिश अंग्रेजी हुकूमत की जड़ें हिला दी थी. उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में आदिवासी वीरों के अदम्य साहस और योगदान को सदैव स्मरण रखा जाएगा. उनका त्याग, साहस और बलिदान हम सभी के लिए प्रेरणादायक हैं. वहीं, उन्होंने सभी वीर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने देश की आजादी के हूल में अपने प्राणों की आहुति दी.
इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि गुंजन यादव, भाजपा नेता टुनटुन सिंह, साकची पूर्वी मंडल अध्यक्ष युवराज सिंह, सीतारामडेरा मंडल उपाध्यक्ष रंजीत सिंह, सुशांत पांडा, बोलटू सरकार, संजीत चौरसिया, रामचंद्र प्रसाद, उमेश साव, संजना साहू, मिथिलेश साव, संजीव श्रीवास्तव, मुन्ना साव, भगवान प्रसाद, रमेश विश्वकर्मा, सुभाष मुखी, अतुल प्रभात, विकास दास, गौरव साहू, कौस्तव राय, राजेन्द्र साहू, लोहा यादव, धर्मेंद्र जायसवाल व अन्य मौजूद रहे.