सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने कहा- वोटर लिस्ट फाइनल होने और उम्मीदवारों की सहमति के बाद ही कराया जायेगा चुनाव
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर की हॉट सीट साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद को लेकर होने वाले चुनाव को लेकर पारा चढ़ा हुआ है. सोमवार को साकची गुरुद्वारा को लेकर बनाई गई चुनाव कन्वीनर सतिन्दर सिंह रोमी और सहायक कन्वीनर श्याम सिंह भाटिया ने 8 जून को चुनाव कराने की घोषणा की. साथ ही अन्य चुनावी प्रक्रिया को लेकर नियम लागू किये गए. फतेह लाइव के माध्यम से इसकी जानकारी जब विपक्ष के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू और उनके समर्थकों को मिली तो उन्होंने इसका विरोध कर दिया. हरविंदर सिंह मंटू ने कहा कि साकची गुरुद्वारा निशान सिंह की जागीर नहीं है. चुनाव कन्वेनर रोमी, श्याम सिंह भाटिया उनके इशारे पर काम कर रहे हैं.
चुनाव को लेकर सोमवार को सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह से मिले थे. उन्होंने आश्वसत किया था कि वे सब कुछ नियम के तहत कराएंगे. मंटू ने कहा कि लेकिन एकाएक चुनाव की घोषणा करके यह साबित किया है कि वह गुंडागर्दी कर रहे हैं. मंटू ने कहा कि अभी वोटरलिस्ट फाइनल नहीं हुई है. स्क्रूटनी की डेट फाइनल नहीं की गई और वोटर लिस्ट में दिए गए नाम नहीं जोड़े गए हैं. मंटू ने कहा कि वह इसका विरोध करते हैं. मंगलवार को एसडीओ से मिलकर वे अपनी बात रखेंगे. चुनाव पर रोक लगाएंगे. वहीं यह भी आरोप लगाया कि सीजीपीसी भी निशान सिंह को सपोर्ट कर रही है. हमें संदेह है.
वहीं हरविंदर सिंह मंटू के समर्थक जोगिंदर सिंह जोगी ने कहा कि चुनाव एक सप्ताह में हो, लेकिन उससे पहले वोटर लिस्ट दुरुस्त होनी चाहिए. उसके बाद जिसे मैदान में आना है आ सकता है. जोगी ने कहा कि चुनाव कमेटी के संयोजक रोमी को भी हटाना होगा. वह अनपढ़ हैं. श्याम सिंह भाटिया ने भी साढ़े चार लाख की हेराफेरी की थी एवं पकड़े जाने पर वापस गुरु घर में जमा कराया था. जोगी ने कहा कि वह साकची गुरुद्वारा के पास धरना पर दे सकते हैं. मेरे बेटे की भी वोट नहीं बनाई गई. मेरे चार पांच पड़ोसी, जो हमारे समर्थक हैं, उनका नाम भी लिस्ट में नहीं जोड़ा गया.
इधर, इस मामले को लेकर सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने देर रात फतेह लाइव को बताया कि सीजीपीसी कभी भी पक्षपात नहीं होने देगी. दोनों पक्ष की सहमति होने और वोटर लिस्ट बनने के बाद ही चुनाव कराया जायेगा. मंगलवार को इसे लेकर दोनों पक्षो के साथ बात की जाएगी.