- पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया आदिवासी संस्कृति और भाषा की रक्षा का संदेश
फतेह लाइव, रिपोर्टर










पोटका के कोवाली एदलडीह में दिशोम जाहेरगाड़ टुवार बुरु द्वारा दिशोम बाहा बोंगा महोत्सव का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का शुभारंभ पूजा अर्चना से हुआ, जिसके बाद कई नृत्य दलों ने अपने आकर्षक नृत्यों से कार्यक्रम में चार चांद लगाए. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन उपस्थित हुए. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बाहा पर्व आदिवासी समुदाय का सबसे पवित्र पर्व है, जिसमें बोंगा पूजा के माध्यम से क्षेत्र के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की जाती है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय हमेशा अपनी संस्कृति और भाषा की रक्षा के लिए संघर्ष करता रहा है, और इस दिशा में और प्रयास करने की जरूरत है.
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संस्कृति और ओलचिकी भाषा की रक्षा पर जोर, पूर्व मुख्यमंत्री का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को तूरही मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर दिशोम माझी बाबा घासीराम हेंब्रम, जिला परिषद सदस्य सविता सरदार, मुखिया देवी कुमारी भूमिज सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में कमेटी के अध्यक्ष मोहन हांसदा, उपाध्यक्ष दासों बास्के, सचिव दुलाराम बास्के और अन्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इस महोत्सव ने आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करने के साथ-साथ भविष्य में इसे बचाने और बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया.