- पेयजल की किल्लत से बेहाल ग्रामीणों ने जलमीनार और चापाकल की मरम्मत की मांग की
- ग्रामीणों की बढ़ती समस्याओं को लेकर प्रशासन से जल्द कार्यवाही की मांग
फतेह लाइव, रिपोर्टर
बंगालीबासा गांव के निचे टोला में एक जलमीनार और दो चापाकल पिछले एक साल से खराब पड़े हैं, जिससे ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. पोटका प्रखंड के जामदा पंचायत के इस इलाके में महिलाएं और बच्चे सुबह से ही डेगची, बाल्टी और हांडी लेकर दूर-दूर से पानी भरने को मजबूर हैं. प्रतिमा कैवर्त, गोलोक कैवर्त, बनमली मुंडा और उल्लास कर ने बताया कि जलमीनार का मोटर एक साल पहले चोरी हो गया, लेकिन उसकी मरम्मत नहीं हुई है. साथ ही चापाकल भी खराब पड़े हैं, जिससे न केवल पेयजल की भारी कमी है, बल्कि इस रास्ते से गुजरने वाले दर्जनों छात्र भी गर्मी के मौसम में पानी की कमी से परेशान रहते हैं.
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ग्रामीणों ने जल संकट से जूझते बच्चों और महिलाओं की समस्याओं को बताया
ग्रामीणों ने कहा कि जलमीनार और चापाकल की मरम्मत न होने पर वे प्रखंड कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे. प्रतिमा कैवर्त ने कहा कि मेहमान आने पर भी उन्हें शर्मिंदा होना पड़ता है क्योंकि उन्हें आधा किलोमीटर दूर जाकर पानी लेना पड़ता है. साथ ही बर्तन धोने और अन्य घरेलू कामों के लिए तालाब के पानी पर निर्भर रहना पड़ता है. ग्रामीणों की मांग है कि जलमीनार और चापाकल की तुरंत मरम्मत कर जल आपूर्ति बहाल की जाए, ताकि उन्हें इस कष्ट से निजात मिल सके.