फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड सरकार, ग्रामीण विकास विभाग की ओर से ग्राम विकास कार्यक्रम के तहत पोटका विधानसभा में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुढृढ़ीकरण योजना से स्वीकृति हुई योजनाओं की अनुशंसा पोटका के विधायक संजीव सरदार के द्वारा किया गया है। इसमें सांसद विद्युत वरण महतो की भूमिका नहीं है. परंतु भाजपा के कुछ नेता सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिये सांसद को श्रेय देना चाह रहे हैं, जो पुरी तरह से निराधार है.
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उक्त बातें झामुमो पोटका प्रखंड कमेटी के अध्यक्ष सुधीर सोरेन एवं सचिव भुवनेश्वर सरदार ने गुरूवार को हाता मैं प्रेस वार्ता का माध्यम से बात रखी। नेताद्वोय ने कहा कि झारखंड सरकार, ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार ग्राम विकास कार्यक्रम के तहत पोटका विधानसभा मे मुख्यमंत्री ग्राम सड़क सुढृढ़ीकरण योजना के लिये पैकेज के हिसाब से योजनाओं की स्वीकृति देने को लेकर प्रत्येक विधायक से अनुशंसा की मांग किया गया था। इस एक पैकेज मे दस सड़कों के सुढृढ़ीकरण को शामिल किया जाना था, जिसकी राशि लगभग दस से चौदह करोड़ रुपया निर्धारित था।
प्रत्येत विधायक को दस-दस पैकेज की मांग किया गया था, जहां एक सौ सड़कों को शामिल करना था। इसी आलोक में पोटका के विधायक संजीव सरदार के द्वारा जमशेदपुर, पोटका एवं डुमरिया प्रखंड के सड़क सुढृढ़ीकरण की अनुशंसा किया गया था, जिसकी स्वीकृति दे दिया गया है, लेकिन राज्य मे मुख्य अभियंता नहीं रहने के कारण निविदा प्रकियाधिन है, जबकि दो पैकेज के प्राक्लन में तकनीकि त्रृटी रहने के कारण संवेदक निविदा नहीं डालकर आपत्ती दर्ज किया था, जिसे सुधारकर पुन: निविदा कराया गया। जहां संवेदकों ने निविदा डाला है। विधायक संजीव सरदार के विकास कार्य को देखकर भाजपा नेताओं मे बोखलाहट है और झामुमो सरकार के कामकाज को अपना बता रहे है, लेकिन यहां की जनता समझदार है।
वैसे नेताओं से अपील होगा कि वह अपने भाजपा के कामकाज को जनता के समक्ष रखे, न की झामुमो सरकार के कामकाज को जनता के बीच अपना बतायें। मौके पर आन्दोलनकारी बबलु चौधरी, जिला संगठन सचिव विद्यासागर दास,झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान, हितेश भकत, चक्रधर महतो, रमेश सोरेन,बिरेन पात्रो, मनोरंजन सरदार आदि शामिल थे।
